- *अवधनामा ब्रेकिंग…*
यहाँ डीएम का नहीं बल्कि इस बाबु का चलता है आदेश*
*योगी की स्थानांतरण नीति यहाँ बेअसर, दो दशक से वीआईपी बाबु तो 12 वर्षों से निकाय बाबु के पद पर काबिज़*
गोरखपुर। मुख्यमंत्री के गृह जनपद में नगर निकायों की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है किसी निकाय में सोलर घोटाला तो किसी निकाय में पोखरे के नाम पर लाखों का घोटाला तो कहीं फर्जी हस्ताक्षर से भुगतान करा लेने की चर्चा ।
विश्वस्त सूत्रों की माने तो जनपद के निकायों में हो रहे भ्रष्टाचार की सबसे अहम कड़ी राजकुमार यादव को बताया जा रहा है जो पिछले लगभग 12 वर्षों से निकाय बाबू के पद पर विराजमान हैं । सरकारें बदली और पिछले 12 सालों में कई जिलाधिकारी आये और गये लेकिन लेकिन राजकुमार यादव निकाय बाबू बने अपनी कुर्सी पर जमें रहे। बताते चलें कि इन्ही के पास वीआईपी बाबू का भी चार्ज पिछले लगभग दो दशकों से है। कुछ मामलों में इनका आदेश जिलाधिकारी के आदेश से भी ऊपर रहता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की स्थानांतरण नीति इनके और इनके जैसे बाबुओं पर लागू नही होती है। चर्चा है कि निकाय बाबु और वीआईपी बाबु के पदों पर रहते हुए राजकुमार यादव ने अकूत संपत्ति अर्जित कर ली है।
ताजा घटनाक्रम यह है कि मंगलवार को एक बैठक के दौरान जिलाधिकारी राजीव रौतेला ने वर्तमान में नगर पंचायत पिपराइच की अधिशासी अधिकारी पूजा सिंह परिहार को नगर पंचायत बड़हलगंज का अतिरिक्त प्रभार सौंपा और दूसरे दिन रिपोर्ट करने की बात कही बताते चलें कि इससे पहले पूजा सिंह परिहार बड़हलगंज निकाय में अधिशासी अधिकारी के रूप में तैनात थी लेकिन निकाय बाबू राजकुमार यादव ने डीएमके आदेश को दरकिनार करते हुए अधिशासी अधिकारी का चार्ज देने की कार्यवाही पूरी नहीं किया जिससे मुख्यमंत्री के जिले के प्रभावशाली जिलाधिकारी का आदेश सिर्फ झुनझुना बन कर रह गया।