डॉ कल्बे सादिक़ के बेटे नूरी ने कहा पैसे लेकर दिया गया उलेमा ने भाजपा को समर्थन
बुक्कल नवाब के साथ प्रेसवार्ता में रहने वाले मौलाना मूसा ने कहा धोके से बुलाया गया था
सय्यद काज़िम रज़ा शकील
लखनऊ : कुछ रोज़ पूर्व भाजपा के समर्थन में भाजपा एम एल सी बुक्कल नवाब के नेतृत्व में प्रेसवार्ता करने वाले शिया उलेमा पर आरोप लगना शुरू हो गए हैं इसी के साथ बुक्कल नवाब के साथ प्रेससवार्ता में रहने वाले मौलाना सय्यद मोहम्मद मूसा रिज़वी ने प्रेसवार्ता में धोके से बुलाये जाने का आरोप उन्होने जारी प्रेस नोट में कहा है कि मुझे मीटिंग में कह कर बुआलया गया था यह नहीं मालूम था कि वहाँ पर किसी पार्टी का समर्थन का एलान होगा उन्होने कहा की मेरा किसी पार्टी से कोई ताल्लुक न रहा है और ही है।
प्रेसवार्ता के दिन से ही लखनऊ में इसके खिलाफ शिया समुदाय का गुस्सा दिखने लगा था इसके अलावा सॉइल मीडिया पर उन उलेमा और बुक्कल नवाब के खिलाफ बयान आने लगे हैं आज इसमें नया मोड़ आ गया आल इंडिया मुस्लिम परसनल ला बोर्ड के उपाध्यक्ष डॉ कल्बे सादिक़ के पुत्र डॉ कल्बे सिब्तैन नूरी ने आज बड़ा बयान देते हुए कहा की बुक्कल नवाब की प्रेस कॉन्फ्रेंस के खिलाफ शिया समुदाय में काफी आक्रोश है उन्होने कहा कि प्रेस कांफ्रेंस में जो उलेमा मौजूद थे वह खुद गुमनामी के है शिकार इसके अलावा पैसे लेकर बुक्कल नवाब का ऐसे उलेमा ने किया समर्थन नूरी ने कहा कि शिया कौम की अक्सरियत आर एस एस और भाजपा के खिलाफकुछ लोग अपने जाती फायदे के लिए समर्थन कर रहे हैं इसी के साथ शिया सुन्नी को बांटने के लिएआर एस एस की यह साजिश बताया उन्होने कहा कि कभी अखिलेश और मुलायम सिंह के मुरीद हुआ करते थे बुक्कलनवाब बुक्कल नवाब की नजर में उनके खुदा योगी और मोदी शिया कौम को बुक्कल नवाब की रहनुमाई की नहीं जरूरत बुक्कल नवाब की शिया कौम में नहीं है कोई अहमियत डॉ कल्बे सिब्तैन नूरी ने मोदी सरकार पर तंज़ कस्ते हुए कहा कि मोदी हुकूमत ने अबतक मुसलमानों के लिए कुछ नहीं किया हमारे मुल्क में बुजुर्ग उलेमा मौजूद है, कौम के फैसले सिर्फ उनको करने का है इख्तियार ज्ञात रहे कि रॉयल कैफे में बुक्कल नवाब ने बताया था शिया कौम को बीजेपी का समर्थक। कुछ शिया धर्मगुरु भाजपा के झंडे को हाथ में लेकर किये थे समर्थन। बुक्कल नवाब समाजवदै पार्टी छोड़कर उस वक़्त भाजपा में आये थे जब उनकी कुछ प्रॉपर्टी को लेकर उनपर शिकंजा कसा नवाब ने भाजपा सरकार पर आरोप भी लगाया था लेकिन विधानपरिषद से इस्तीफा देने के बाद और भाजपा में जाने के बाद उनका शुद्धिकरण हो गया था और वह चिंतामुक्त हो गए थे फिर उनको सदस्य विधानपरिषद बनाते हुए उनके पुत्र को सभासदी का टिकट भी भाजपा की तरफ से इनाम में मिला था।
पुराने लखनऊ के शीशमहल में बुक्कल नवाब का घर है अगर उस इलाके की चर्चा पर ध्यान दें तो कुछ लोगों का कहना है कि नवाब जुलाई में होने वाले मंत्रिमंडल के विस्तार में मंत्री बनने की जुगाड़ के चलते ही शिया क़ौम के धर्मगुरुओं से भाजपा का समर्थन कराये थे।
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