PANCHDEV YADAV ————
डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति बनी बवाल का कारण
माल लखनऊ। खलिहान की सुरक्षित जमीन पर बगैर अनुमति के बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की मूर्ति स्थापना को लेकर दो पक्षों में बवाल हो गया एक पक्ष मूर्ति हटाने को लेकर अड़ा तो दूसरा पक्ष मूर्ति न हटाने की जिद पकड़े रहा जिससे दोनों पक्षों के लोग एक दूसरे को मरने मारने को उतारू हो गए। सी ओ सहित तीन थानों की पुलिस और तहसील प्रशासन के अधिकारियों ने संभाला मोर्चा |
क्षेत्र के पकरा बाजार गांव में खलिहान की सुरक्षित जमीन में डॉ भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति की स्थापना को लेकर दो पक्ष आमने सामने आ गए सूत्रों के अनुसार बीते रविवार को गांव के दलित समाज बाबा साहब की मूर्ति स्थापना के लिए गांव की खलिहान की सुरक्षित जमीन पर चबूतरा का निर्माण कर रहे थे। यह बात जब विपक्ष को पता चली तो माल पुलिस को सूचना दी पुलिस ने मौके पर पहुचकर निर्माण को तत्काल रुकवा दिया उस समय लोगो ने कार्य बंद कर दिया । मगर बीती सोमवार की रात दलितों ने उसी जमीन पर दूसरी जगह चुपचाप मूर्ति की स्थापना कर दी सुबह जब गांव के लोगो ने मूर्ति देखी तो भौचक्के रह गए और यह कहते हुए विरोध करने लगे कि यहाँ पहले से ही मन्दिर स्थापित है और बहुत प्राचीन मेला लगता है औऱ यह जमीन खलिहान की है जिसपर दलितों ने बगैर किसी सरकारी अनुमति के मूर्ति स्थापित कर दी है।डायल100 की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुँची मगर मामला गम्भीर होता रहा पुलिस ने दोनों पक्षो को समझाने का भरकस प्रयास किया मगर दोनो पक्ष हाथ मे लाठी डंडे लिए अपनी जिद पर अड़े रहे मौके की नजाकत समझते हुए थाना इंचार्ज माल वीरेंद्र कुमार सोनकर भी मौके पर पहुँच कर अपने उच्च अधिकारियों को सूचना दी सूचना पाकर मलिहाबाद एस डी एम जय प्रकाश यादव, सी ओ प्रमोद कुमार सिंह, नायब तहसीलदार ध्रुव कुमार यादव, थाना इंचार्ज काकोरी यशकांत सिंह, स्थानीय लेखपाल जितेंद्र कुमार भी पहुँच गए प्रशासनिक अधिकारियों ने दोनों पक्षो को बिठाकर मामला शांत कराने की कोशिश की मगर मामला गम्भीर होता चला गया। पुलिस ने मौके से भीड़ को हटाने का प्रयास किया मगर वहां मौजूद महिलाओं ने हाथों में लाठी डंडे लेकर पुलिस को घेरने का प्रयास करने लगी । मौके पर कोई भी महिला पुलिस ना होने के कारण एस डी एम ने महिलाओं को समझाया बुझाया तब जाकर स्थिति काबू में हुई। इतने गंभीर मामले में महिला पुलिस का न होना पुलिस प्रशासन की लापरवाही दर्शाता है। प्रशासनिक अधिकारियों ने एक बार पुनः दोनो पक्षो और ग्राम प्रधान रूप राम को बुलाकर मामले को सुलझाने का प्रयास किया तब जाकर दलित पक्ष गांव में ही निर्मित समुदायिक मिलन केंद्र के पास ग्राम समाज की जमीन पर मूर्ति स्थापित करने को तैयार हो गए जिसकी अनुमति भी एस डी एम मलिहाबाद ने तत्काल प्रदान कर दी और प्रशासन को शांति व्यवस्था बनाये रखने में बड़ी कामयाबी मिल गयी। मगर गांव में अब भी माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। थाना इंचार्ज माल वीरेंद्र कुमार सोनकर ने कहा मौके की गम्भीरता समझते हुए पुलिस की निगाहें हर हलचल पर बनी रहेगी ।
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