शुरुआत में 2 रुपये से लेकर 20 रुपये तक के प्लान्स रखे जाएंगे। इसका इस्तेमाल करने के लिए यूजर्स को अपना KYC और वन टाइम पासवर्ड का इस्तेमाल करना होगा। TRAI का मानना है कि इससे भारत के लोगों को इंटरनेट सस्ता और आसानी से उपलब्ध होगा और नेटवर्क पर से लोड भी कम हो जाएगा। इससे एक एरिया में टावरों की संख्या को भी सीमित किया जा सकेगा।
इस पायलट प्रॉजेक्ट में हिस्सा लेने के लिए कंपनियों को 25 जुलाई तक अपनी डीटेल्स भेजनी होंगी। इस प्रॉजेक्ट के बाद भारत में वाई-फाई हॉटस्पॉट की संख्या 31000 हो जाएगी, जबकि अमेरिका में इसकी संख्या कुल 10 मिलियन और फ्रांस में 13 मिलियन है।
इस प्रॉजेक्ट का मकसद वाई-फाई ऐक्सेस नेटवर्क इंटरफेस (WANI) पर आधारित ओपन सिस्टम तैयार करना है, जिसके लिए आवेदनकर्ताओं से सुझाव लिए जाएंगे। TRAI दो-तीन दिन में WANI आर्किटेक्चर डॉक्युमेंट जारी करने जा रही है। इस सिस्टम से छोटी-छोटी दुकानों पर भी कंपनियां ऐसे POD बना सकती हैं। इसके लिए किसी लाइसेंस की जरूरत तो नहीं होगी लेकिन टेलिकॉम विभाग के पास रजिस्ट्रेशन और यूजर्स का e-KYC लेना जरूरी होगा।