सेल डेथ इन कैंसर एंड टोक्सीकोलोजी (सीडीसीटी -2018) पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान कैंसर चिकित्सा और प्रबंधन के कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे कैंसर क्षेत्र में नवीन अनुसंधान, नई चिकित्सा पद्धतियों, पुनरुत्थान प्रबंधन, और वैश्विक कैंसर संकट की स्थिति से निपटने हेतु भविष्य के दृष्टिकोणों पर चर्चा हुई। कैंसर कीमोथेरेपी (कैंसर के उपचार के लिए सबसे अधिक इस्तेमाल किया गया चिकित्सीय दृष्टिकोण) का एक प्रमुख दोष है बहुविरोध प्रतिरोध की चयनात्मकता और विकास। आमतौर पर एक मार्ग के माध्यम से दी जाने वाली दवाएं अन्य प्रकार के कैंसर में अप्रभावी होती हैं, इसलिए बेहतर कीमोथेरेप्यूटिक्स एक तत्काल आवश्यकता है।
सीएसआईआर-भारतीय रासायनिक जीवविज्ञान संस्थान, कोलकाता से डॉ चित्रा मंडल, ने एक गैर विषैले, नए हर्बल कीमोथेरेप्यूटिक के विकास का वर्णन किया, जिसने विभिन्न मार्गों के माध्यम से विभिन्न कैंसर प्रकारों के विरोध में अच्छे परिणाम दिखाए। यह शक्तिशाली एंटीकैंसर एजेंट प्रमुख सेल सरवाइवल पाथवे और कैंसर स्टेम-लाइक कोशिकाओं को लक्षित करके दवा प्रतिरोध / पुनरुत्थान को दूर कर सकता है। वैज्ञानिक प्रस्तुतियों के बाद विशेषज्ञों के एक पैनल ने कैंसर चिकित्सा विज्ञान में वर्तमान अद्यतन और भविष्य के परिप्रेक्ष्य पर चर्चा की। पैनलिस्टों में कई बुनियादी विज्ञान शोधकर्ता और चिकित्सक जैसे डॉ॰ हरमन स्टेलर, एटन ग्रॉस, रेमंड बर्ज, राजीव सरीन, अरुण चतुर्वेदी, गौरव अग्रवाल, अंशुमान पांडे, मनोज कुमार, एली अरामा और आनंद नारायण श्रीवास्तव थे।पैनल के सदस्यों ने माना कि कैंसर चिकित्सा विज्ञान में किए गए बुनियादी शोध के फलस्वरूप क्लीनिकों को अधिक प्रभावी उपचार रणनीतियों को सुनिश्चित करने की तत्काल आवश्यकता है। समय की आवश्यकता है शुरुआती कैंसर का पता लगाने के लिए नवीनतम नैदानिक तरीकों की। भारतीय आबादी और बाकी दुनिया के बीच जनसांख्यिकीय अंतर कैंसर से उबरने के लिए अलग-अलग उपचार के नियमों की मांग करता है। यह महसूस किया गया कि लक्षित उपचार रणनीतियों जैसे इम्यूनोथेरेपी नैदानिक चुनौतियों का प्रबंधन करने के लिए एक साधन हो सकता है। विदेशों के आए प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों डा॰ ध्यानचंद्र, सरित लारिश, लेवि बेवर्ली, रुथ क्लाक, झिंजियांग वांग और मानाबा कुरुकावा ने भी वैज्ञानिक प्रस्तुतियां प्रस्तुत की। एक पोस्टर सत्र भी आयोजित किया गया जहां देश के विभिन्न हिस्सों के छात्रों द्वारा 80 से अधिक प्रस्तुतियों को प्रदर्शित किया गया। विशेषज्ञों के एक पैनल ने सर्वोत्तम तीन प्रस्तुतियों के लिए पोस्टर्स का मूल्यांकन किया।
वैज्ञानिक सत्रों के बाद, सभी प्रतिनिधियों, प्रतिभागियों और छात्रों का मनोरंजन सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ किया गया।
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