पेट्रोल-डीज़ल के दामों में गिरावट आएगी, काला धन वापस आएगा, 15 लाख खाते में आएंगे, गरीबी खत्म होगी, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 से पहले ऐसे ही वादे किये थे.
BJP के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अपने बयान से पार्टी और मोदी सरकार को शर्मिंदा करने में कोई कसार नहीं छोड़ी. गडकरी ने बताया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्यों जनता से कई वादे किए थे.
गडकरी के मुताबिक, ‘हम इस बात से पूरी तरह आश्वस्त थे कि हम कभी सत्ता में नहीं आएंगे, इसलिए हमें बड़े-बड़े वादे करने की सलाह दी गई थी. अब जब हम सत्ता में हैं जनता हमें उन वादों के बारे में याद दिलाती है. हालांकि, अब हम इस पर हंस कर आगे बढ़ जाते हैं.’ गडकरी ने यह बात एक मराठी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कही है.
तो क्या सत्ता के लोभ में PM मोदी ने जनता के साथ इतना बड़ा विश्वास घाट किया? इन सवालो के जवाब किसी के पास भी नहीं. प्रधान सेवक अपनी रैलियों में योजनाओ की घोषणा तो ज़रूर करते हैं लेकिन इनकी ज़मीनी हकीकत तो कुछ और ही है.
आज एलपीजी गैस कैलेंडर की क़ीमत 900 से भी ज़्यादा हो गयी है, पेट्रोल डीज़ल के दामों से तो जनता हैरान परेशान है. 15 लाख तो बहुत दूर की बात है, GST और नोटबंदी के बाद छोटे कारोबारियों का दिवालिया निकल गया.
सत्ता में आने के बाद केंद्रीय सरकार ने जनता को बुलेट ट्रैन के सपने दिखाए, लेकिन ताज़ा खबर ये हैं कि जापान ने इस प्रोजेक्ट को फिलहाल के रोक दिया है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी गडकरी के इस वीडियो को ट्वीट किया और कहा, सही फरमाया, जनता भी यही सोचती है कि सरकार ने लोगों के सपनों और उनके भरोसे को अपने लोभ का शिकार बनाया है.
गडकरी के इस बयान से प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दलों को भाजपा को घेरने का मौका मिल सकता है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों अपनी चुनावी रैलियों में राफेल डील, नोटबंदी, जीएसटी के अलावा रोजगार और काला धन को लेकर किए वादों पर भी सरकार को घेर रहे हैं.