एन्टी करप्शन टास्क फोर्स ने घूस लेते हुये दरोगा को गिरफ्तार किया
तीस हजार रुपये लेते दारोगा (एच सी पी) गिरफ्तार,
काफी दिनों से किस्तों में कर रहा था वसूली,
शक की सुई प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार राय व एसएसआई पर भी।
पीजीआई अस्पताल गेट के पास से हुई गिरफ्तारी,
अपनी बाइक से आया था रुपये लेने दरोगा संकठा प्रसाद मौर्या।
लखनऊ। 28 फरवरी को रिटायर होने जा रहे,पीजीआई थाने में तैनात दरोगा( एचसीपी) संकठा प्रसाद मौर्या को ,एंटीकरप्शन टीम ने एक रीयल एस्टेट कारोबारी से तीस हजार रुपये लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया,दरोगा पर आरोप है कि यह पैसा वह कारोबारी और एक ग्राहक के बीच समझौते के नाम पर तीसरी किस्त के तौर पर ले रहा था।एंटीकरप्शन टीम ने आलमबाग थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है ।
सुरेन्द्र चौरसिया, निवासी 5बी/58 सेक्टर 5 वृन्दावन योजना रायबरेली रोड, पेशे से रीयल एस्टेट कारोबारी है,इन्होंने सपना इन्क्लेव वृन्दावन योजना का फ्लैट संख्या 4/14 का एग्रीमेंट मंजुला द्विवेदी पत्नी वीएन द्विवेदी निवासी 14/13दुर्गा पुरम, स्वास्थ्य विहार कालोनी ,पीजीआई के नाम 18,51000/रुपये में किया था, किन्हीं कारणों से मंजुला अब वह फ्लैट लेना नहीं चाहती हैं, इसी बात को लेकर सुरेन्द्र चौरसिया व मंजुला द्विवेदी में विवाद चल रहा है,मंजुला द्विवेदी ने सुरेंद्र चौरसिया के खिलाफ बीते शनिवार को पीजीआई थाने में तहरीर दी थी।
एसएचओ पीजीआई ने की गाली गलौच, दी जेल भेजने की धमकी,एचसीपी दरोगा संकठा प्रसाद मौर्या को बनाया मध्यस्थ –
सुरेंद्र चौरसिया ने बताया कि मंजुला द्विवेदी की शिकायत पर शनिवार को पुलिस घर से उठा ले गयी,और 6 घण्टे तक कोतवाली में बैठाए रखा, जहाँ इंस्पेक्टर ने खूब गालियां दी, और मंजुला द्विवेदी का पैसा तुरंत वापस करने का दबाव बनाया, असमर्थता जाहिर करने पर जेल भेजने की धमकी दी, सुरेंद्र का कहना था कि, इंस्पेक्टर के बाद संकठा मौर्य ने बातचीत शुरू की और एक लाख रुपये समझौता कराने के लिए मांगे। और बीस हजार लेकर पुलिस ने स्टाम्प पेपर पर कराया समझौता
सुरेंद्र के मुताविक शनिवार देर शाम पुलिस ने20हजार रुपये लेकर 100रुपये के स्टाम्प पर ,फ्लैट न लेने की स्थिति में मंजुला द्विवेदी को रुपये वापस करने की लिखापढ़ी कराई,
लेकिन रविवार को फिर सुरेंद्र पर पैसा देने का दबाव बनाया,सुरेंद्र ने 10 हजार रुपये संकठा प्रसाद को दिए ,और उसकी वीडियो बना ली,सुरेंद्र का कहना था कि इतने पर भी पुलिस नहीं मानी और पैसा देने का दबाव बनाने लगे,परेशान रियल स्टेट कारोबारी ने एंटीकरप्शन मुख्यालय में सूचना दी, इसी क्रम में मंगलवार को पीड़ित कारोबारी ने दारोगा के दबाव बनाने पर उसको पीजीआई अस्पताल के ओपीडी इलाके में बुलाया, जहाँ एंटीकरप्शन टीम पहले से मौजूद थी,आरोपी दरोगा अपनी बाइक (यू पी 32 जी एम 6301) से मौके पर पहुँचा, और कारोबारी की कार में बैठ कर रुपये लेने लगा,इसी समय एन्टी करप्शन की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। वहीं एंटीकरप्शन के सीओ का कहना था कि एक एच सी पी अकेले दम पर इतनी बड़ी रकम नहीं वसूल सकता, इसमें शक की सुई और जिम्मेदारो की तरफ भी है लेकिन किसी अन्य के खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नही कराई गई है।
*एचसीपी संकठा प्रसाद मौर्य बोले बड़े प्लान के तहत फँसाया*
आरोपी दारोगा का कहना था कि,4महीने पहले मैंने सुरेन्द्र कुमार चौरसिया को एक फ्लैट खरीदने के लिए एडवांस के तौर पर एक लाख दिए थे, जब वह फ्लैट नही दिला पाया तो मैने अपना पैसा वापस मांगा था, जिसकी क़िस्त वह दे रहा था, अब साजिस के तहत हमको उल्टा फँसाया जा रहा है ।
एन्टी करप्शन की टीम-
उपेन्द्र कुमार, पुलिस उपाधीक्षक
सुरेन्द्र सिंह सोलंकी निरीक्षक
रमेश कुमार निरीक्षक
जगदीश तिवारी
सन्तोष द्विवेदी
राजेन्द्र यादव
विनोद यादव शामिल रहे।