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उज्जैन महाकाल की नगरी है। यहां स्थित भगवान शिव का प्राचीन शिवलिंग इस स्थान का मुख्य आकर्षण है। उज्जैन कर्क रेखा एवं ज्योतिषीय प्रयोगों के लिए भी खासा मशहूर है। इसके अलावा यहां भगवान गणेश का एक मंदिर अपनी अनूठी विशेषता के लिए जाना जाता है। मान्यता है कि जो भी यहां गणपति के दरबार में आकर मनपसंद वर या वधु की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करता है, भगवान गणपति उसकी मनोकामना अवश्य पूर्ण करते हैं। इसलिए यहां आने वाले श्रद्धालुओं में वैवाहिक जीवन की कामना वाले लोग भी काफी तादाद में होते हैं।
यह धाम ऋद्धि-सिद्धि गणेश मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। अगर आप उज्जैन जाएं तो इसे ढूंढ़ने में आपको कोई परेशानी नहीं होगी। यह महाकाल दरबार में ही स्थित है। यहां भगवान गणपति के साथ ऋद्धि एवं सिद्धि भी विराजमान हैंं जो सुखद वैवाहिक जीवन अथवा मनपसंद जीवनसाथी की प्राप्ति का प्रतीक हैं। हर रोज अनेक श्रद्धालु इनके दर्शन करने आते हैं।
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि यहां मन्नत लेकर आने वाले श्रद्धालुओं में विदेश भी खूब होते हैं। जो अविवाहित जातक मनपसंद वधु चाहता है, वह ऋद्धि—सिद्धि गणपति के दरबार में हाजिरी जरूर लगाता है। यहां विधिवत रूप से भगवान गणपति की पूजा होती है। उस समय यहां का दृश्य बहुत ही भव्य होता है। यहां गणपति स्तोत्र एवं अथर्वशीष का पाठ करने से मनोकामनाएं शीघ्र पूर्ण होती हैं। भोले के भक्त गणपति के दर्शन कर सौभाग्य का वरदान प्राप्त करते हैं।