जि़न्‍दगी का #TumseMain कैम्‍पेन दे रहा है महिलाओं के सशक्तिकरण पर बातचीत को बढ़ावा

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महिलाओं को समर्पित इस महीने में जि़न्‍दगी पर देखिये महिलाओं की दमदार कहानियाँ और परफॉर्मेंसेस

नई दिल्ली । इस महीने 8 मार्च को अंतर्राष्‍ट्रीय महिला दिवस का जोरदार तरीके से स्‍वागत करते हुए, जि़ंदगी अपने नये कैम्‍पेन #TumseMain के साथ महिलाओं की आवाज को बुलंद करने के लिये तैयार है। जि़ंदगी ताकत, बहादुरी और निडरता से भरा कंटेन्‍ट दिखाने के लिये प्रतिबद्ध है। यह चैनल दर्शकों को उन महिलाओं की शक्ति जानने के लिये आमंत्रित कर रहा है, जो दूसरी महिलाओं का सहयोग करती हैं। इसमें दिखेगा कि एक महिला के सहयोग से दूसरी महिला को ज्‍यादा ताकतवर, बहादुर और निडर होने का एहसास कैसे मिलता है।

इस कैम्‍पेन की जान उन शोज का सावधानी से तैयार किया गया लाइनअपहै, जिनमें महिलाओं के बेहतरीन परफॉर्मेंसेस हैं। इनमें सबसे आगे है सबा क़मर का शो ‘‘चीख’’। यह मन्‍नत की कहानी है, जिसकी भूमिका सबा निभा रही हैं। उसके प्रभावशाली जीजा पर उसके दोस्‍त नायब की हत्‍या का आरोप लगा है। अब मन्‍नत को इंसाफ चाहिये।

इधर ‘’रक़ीब से’’ में सानिया सईद का किरदार हादिक़ा कियानी के किरदार सकीना को सुरक्षा और आश्रय देने के लिये सारी अड़चनों को पार करता है। सकीना घरेलू हिंसा के कारण अपना घर छोड़ देती है और चाहती है कि मकसूद का परिवार उसे अपना ले।

‘’दीदान’’ में सनम सईद का किरदार और उसकी सहेली एक गांव में रहती हैं। उनकी परिस्थितियाँ अलग होने के बावजूद वे लगातार एक-दूसरे का सहयोग करती हैं और ध्‍यान रखती हैं। इसमें अटूट दोस्‍ती और संवेदना दिखाई देती है।

इस सिनेमाई सफर में ‘’आयशा’’ फिल्‍म भी शामिल है, जिसमें यासरा रिज़वी की मुख्‍य भूमिका है। यह एक अधेड़ गृहिणी की कहानी है, जो अपने परिवार के लिये पूरी तरह से समर्पित है। लेकिन उसका परिवार उसे उतना महत्‍व नहीं देता है। फिर वह हिम्‍मत जुटाकर अपने लिये खड़ी होती है और अपना कॅरियर बनाने निकल पड़ती है। इसके अलावा, ‘’मुझे प्‍यार हुआ था’’ में हानिया आमिर और वहाज अली हैं। यह शो भी प्‍यार और सशक्तिकरण पर एक नया नजरिया देने का वादा करता है।

इक़रा अज़ीज़ की ‘’रांझा रांझा करदी’’ में समाज का कड़वा सच दिखाई पड़ता है। झुग्‍गी में रहने वाली एक लड़की निश्‍चय करती है और बेहतर जिन्‍दगी पाने के सफर पर निकलती है। और अंत में हमारे पास सनम बलोच का ‘’धूप छांव’’ है, जिसमें एक औरत अपनी माँ के बताये अनुभवों से अपनी शादी को बचाने की कोशिश करती है।

हिन्‍दी मीडियम से मशहूर हुईं एक्‍टर सबा क़मर ने जि़न्‍दगी के नये कैम्‍पेन #TumseMain की तारीफ करते हुए कहा, “मुझे महिलाओं के बीच पारस्‍परिक सहयोग की भावना दिखाने वाला ‘तुमसे मैं’ कैम्‍पेन बहुत पसंद आया है। हम सभी पर सामाजिक दबाव होता है और खुद के बारे में शंका भी होती है। लेकिन एक-दूसरे का साथ हमें राहत देता है। हमें जरूरत के वक्‍त सहयोग मिलता है। और अपने कीमती अनुभवों को साझा करने से हमारी आवाज में बुलंदी आती है। अपने परफॉर्मेंसेस के जरिये मैं उस प्‍यार और हिम्‍मत को दोहराना चाहती हूँ, जो मेरी जिन्‍दगी में मुझे असरदार औरतों से मिली है। अगर मेरे काम से दूसरों को यह भरोसा मिले कि महिलाएं एकजुट होकर ज्‍यादा मजबूत हो जाती है, तो यह मेरा सबसे बड़ा सम्‍मान होगा।”

पाकिस्‍तानी अभिनेत्री इक़रा अज़ीज़ ने उन्‍हें सशक्‍त करने वाली महिलाओं के उनके जीवन पर प्रभाव और जि़न्‍दगी के कैम्‍पेन #TumseMain पर अपने विचार रखते हुए कहा, “मजबूत औरतों के किरदार निभाना काफी मायने रखने वाला रहा है।लेकिन मेरी जिन्‍दगी की सबसे ताकतवर महिलाएं वे हैं, जो मुझे पर्दे के पीछे ताकत देती हैं। खासकर मेरी माँ मेरी ताकत है, वह हर ट्विस्‍ट और टर्न में मुझे बिना किसी चीज के बदले में सहयोग देती है। उसने मुझे चुनौतियों के सामने टिके रहना सिखाया है और बाधाओं को तोड़ने की हिम्‍मत दी है। उसकी जाहिर न होने वाली ताकत और चतुराई मुझे हर दिन प्रेरणा देती है। मेरी बड़ी बहन मेरे लिये दूसरी स्‍टार है। वह मेरा मनोबल बढ़ाती है और प्रेरित करती है। मार्गदर्शन चाहने पर मेरी बात सुनती है और अपने अनुभव भी बताती है। चाहे मैं कितनी ही सफल हो जाऊं, हमेशा विनम्र रहूंगी। इन बेहतरीन महिलाओं के साथ ने मुझे नई भूमिकाएं निभाने और लगातार तरक्‍की करने का आत्‍मविश्‍वास दिया है। उनका मुझ पर भरोसा देखकर मुझे यकीन होता है कि मैं कुछ भी हासिल कर सकती हूँ। बोल्‍ड किरदार निभाने से संतोष मिलता है, लेकिन असल जिन्‍दगी में मिलने वाली महिलाएं मेरे कद को बढ़ा देती हैं।”

इस कैम्‍पेन के बारे में अपने विचार रखते हुए, उन्‍होंने कहा “मुझे औरतों के बीच पारस्‍परिक सहयोग बढ़ाने के लिये ‘तुमसे मैं’ का कॉन्‍सेप्‍ट पसंद है। हम औरतों पर समाज का दबाव होता है और हम खुद पर संदेह भी करते हैं। लेकिन एक-दूसरे को अपने राज बताकर, मुश्किल हालात में एक-दूसरे का सहारा बनकर और सीख देकर हम महिलायें आगे बढ़ सकती हैं। मेरे किरदार मेरी जिन्‍दगी में आईं बेहतरीन औरतों की झलक भर हैं। उनकी कहानियाँ और एक-दूसरे के लिये प्‍यार एक कलाकार और इंसान के तौर पर मेरी तरक्‍की का कारण है। मुझे उम्‍मीद है कि अपने परफॉर्मेंसेस के जरिये मैं उस प्‍यार और ताकत को फैला सकती हूँ, जो मेरा मार्गदर्शन करने वाली महिलाओं ने मुझे दी है। अगर मेरे काम से लोग यह संदेश समझते हैं कि औरतें एकजुट होकर ज्‍यादा मजबूत होती हैं, तो यह मेरा सौभाग्‍य होगा।”

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