ज़िंदगी अपने शानदार लाइनअप में सबा क़मर, सजल अली, यसरा रिज़वी को लेकर आया!

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अवधनामा संवाददाता

नई दिल्ली।  भावनाओं के तूफान में उड़ जाने के लिये तैयार हो जाइये, क्‍योंकि दिल को छूने वाले और विचारों को झकझोर देने वाले पाकिस्‍तानी नाटकों के लिए एक बेहतरीन डेस्टिनेशन ज़िंदगी ने मॉनसून सीजन के लिये अपने आकर्षक कंटेन्‍ट लाइनअप की पेशकश की है। अलग-अलग तरह के शोज का आनंद उठाने की तैयारी कर लीजिए जो रिश्‍तों की खूबसूरती का और मानवीय भावना की जीत का जश्‍न मनाते हैं। ज़िंदगी बड़े गर्व के साथ ऐसा लाइनअप पेश कर रहा है, जो हर उम्र के दर्शकों को मंत्रमुग्‍ध कर देगा और जिसका सीमा के पार वाला कंटेन्‍ट देशों के बीच की दूरी को कम करेगा। शोज का यह असाधारण संग्रह देखने के लिये टाटा स्‍काई, डिश टीवी, डी2एच और एयरटेल पर जाइये।

सबसे आगे है रुह में उतर जाने वाला ड्रामा “बाबा जानी’’, जोकि 11 जुलाई से शुरू हो रहा है और जिसमें अद्भुत अदाकार फैज़ल कुरैशी, प्रतिभाशाली मदिहा इमाम और यादगार सवीरा नदीम हैं। खुद को असफंद (फैज़ल कुरैशी) के दिली सफर में शामिल कीजिये, जोकि एक निस्‍वार्थ भाई है और अपने भाई-बहनों की ढाल बनने के लिये अपनी खुशियाँ कुर्बान कर देता है। प्‍यार, बलिदान और अटूट दृढ़ता की एक कहानी देखने का आनंद उठाइए जो आपके दिल में बस जाएगी।

24 जुलाई से प्रसारित होने जा रहे “वस्‍ल’’ में मानवीय सम्‍बंधों की दिलचस्‍प खोज कीजिये। यह शो लैंगिक भूमिकाओं पर बात करता है और जीवन की कई शिक्षाएं देता है। उनके संघर्षों, जीत और साझा किस्‍मत के साक्षी बनें। क्‍या वे एक-दूसरे को सुख दे पाएंगे या किस्‍मत उन्‍हें बिखेर देगीᣛ?

21 जुलाई से शुरू हो रहे “आसमानों पे लिखा’’ के साथ एक जादुई सफर शुरू कीजिये। खुद को कुदसिया (सजल अली) की मोहक कहानी के लिये तैयार कर लीजिये, जो कि प्‍यार के बंधन और भाग्‍य की परीक्षा के बीच फंसी एक युवती है। खुशी पाने के लिये उसकी लगातार कोशिशों को देखिये, जब वह अपने सपनों को हकीकत में बदलने का प्रयास करेगी। सजल अली का दिलकश परफॉर्मेंस आपको दीवाना कर देगा।

इस बीच, “जो चले तो जान से गुजर गये’’ की दिलचस्‍प कहानी ज़िंदगी पर दर्शकों को लगातार मंत्रमुग्‍ध कर रही है। सदाचारी पृष्‍ठभूमि से आने वाली जुफिशान (सबा क़मर) का लुभावना सफर देखिये, जोकि अपने कजि़न अज़ार (सामी खान) की मंगेतर है। उनका प्‍यार एक आकस्मिक मोड़ लेता है, जब जमींदार सैयद आलिम शाह (नोमान इजाज़) उससे दीवानों की तरह प्‍यार करने लगता है। ज़ारा और आगा का उथल-पुथल से भरा सफर देखिये, जब वे अड़चनों के एक सागर से गुजरते हैं और अपने प्‍यार को बचाने के लिये हर बाधा का सामना करते हैं।

सबा क़मर ने अपने विचार रखते हुए कहा, “आज के कंटेन्‍ट को सीमाओं से मतलब नहीं है और मुझे खुशी है कि ज़िंदगी के जरिये हमारी कहानियाँ ज्‍यादा दर्शकों तक पहुँच सकती हैं। यह शो प्‍यार की कहानी है कि वह कैसे बदल सकता है, कबूलने और खोने के वो जज्‍बात हैं, जोकि दुनिया में एक जैसे हैं। कलाकारों के तौर पर हम हमेशा नई और दिलचस्‍प कहानियाँ लेकर आना चाहते हैं और मुझे उम्‍मीद है कि दर्शक हमारी टीम के काम का मजा लेंगे।”

पूरे देश की सनसनी “किस्‍सा मेहरबानों का’’ आपको निश्चित रूप से आकर्षित करेगी जिसका प्रसारण 21 जुलाई से होगा। आप किस्‍मत के रहस्‍यों को जानेंगे और प्‍यार के अटूट बंधनों के गवाह बनेंगे, जब मेहर (मावरा होकेन) और ज़ैन (अहसान खान) की ज़िंदगी सबसे आकस्मिक तरीकों में जुड़ेगी। खुद को एक असाधारण यात्रा के लिये तैयार कीजिये, जोकि आपको किस्‍मत पर सवाल उठाने के लिये मजबूर कर देगी।
लेकिन रोमांच यहीं खत्‍म नहीं होता है! “यार जुलाहे’’ की वीकेंड स्‍पेशल रीडिंग्‍स के साथ साहित्‍य की दुनिया में खो जाइये। सम्‍मोहक यासरा रिजवी “मुकर्जी बाबू की डायरी’’ और “ये परी चेहरा लोग’’ की दिलचस्‍प कहानियों में जान डालते हुए अपनी आकर्षक काव्‍य शैली से आपको मुग्‍ध कर देंगी। कच्‍ची-पक्‍की भावनाओं और कहानी कहने की रोचक कला का नमूना देखने के लिये तैयार रहिये।

यसरा रिजवी ने कहा, “ज़िंदगी पर इस वीकेंड स्‍पेशल ‘यार जुलाहे’ के साथ दर्शक मेरा अलग पहलू देखेंगे। पढ़ने से बड़ी ही असली भावनाएं बनती हैं, हो सकता है कि जिनका अन्‍यथा अनुभव दर्शकों को नहीं मिल सके। मुकर्जी बाबू की डायरी और ये परी चेहरा लोग मेरी चहेती कहानियों में से दो हैं और मैं ज़िंदगी पर उनके खास प्रसारण के लिये रोमांचित हूँ।”

इस जुलाई सिर्फ ज़िंदगी पर प्‍यार, बलिदान और उद्धार की कहानी देखने के लिये टाटा प्‍ले पर चैनल नंबर 154, एयरटेल पर 102 और डिश टीवी तथा डी2एच पर 117 लगाइये

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