युवराज पाण्डे ने 13 वर्ष की आयु में ही लिख डाली एक किताब

0
239

अवधनामा संवाददाता

मोहम्मदी.खीरी. परो से कुछ नहीं होता हौसलो से उड़ान होती है। ये कहावत कस्बे के कक्षा आठ के छात्र ने चरितार्थ कर दिखाई है। बताते चले कि नगर के उमा देवी चिल्ड्रेंस एकेडमी में कक्षा आठ में पढ़ने वाले एक छात्र युवराज पाण्डे ने सिर्फ 13 वर्ष की आयु में ही ष्ष्दिस इस सक्सेसष्ष् नामक एक किताब लिख डाली। यह किताब विभिन्न आनलाइन साइटों पर उपलव्ध है। नगर के एक छोटे से गांव असौवा के एक किसान के 13 वर्षीय बेटे युवराज पाण्डे ने बताया कि उनको यह विचार एक टीवी विज्ञापन देखकर आया। विज्ञापन में उन्होने देखा कि कुछ शैतान बच्चे एक किताब के माध्यम से बदल गये। इस घटना ने युवराज को याद दिलाया कि कैसे एक आईएएस श्रृष्टि देखमुख की एक कहानी पढ़कर उसे ख्याल आया। इसके बाद युवराज ने संकल्प लिया िक वह भी एक ऐसी पुस्तक लिखेगे जिससे वह लोगों के जीवन में परिवर्तन ला सकें। शिक्षक नवीन मिश्रा ने युवराज की काफी मदद की व आठ महीने की लगन के बाद पहली पुस्तक उपलव्ध है। प्रधानाचार्या पुष्पा गुप्ता ने छात्र युवराज को सम्मानित किया। श्रीमती गुप्ता ने बताया कि युवराज के अन्दर कई हुनर है जो धीरे.धीरे सामने आयेगे।

Also read

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here