अवधनामा संवाददाता हिफजुर्रहमान
हमीरपुर। उप चुनाव आमातौर से सत्ताधारी पार्टी के प्रत्याशी का ही माना जाता है ऐसा बहुत कम होता जब सत्ताधारी पार्टी का प्रत्याशी उप चुनाव में पराजित हो जाए लेकिन हाल ही मे हुए घोसी उपचुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को मिली करारी हार से सबक लेते हुए उत्तर प्रदेश के संगठन मे बड़ा बदलाव किया है। यह सब 2024 के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए किया जा रहा है। संगठन को नए सिरे से मजबूत करने बीजेपी जुट चुकी है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को यूपी की कमान संभाले एक साल से अधिक का समय हो गया है, लेकिन अभी तक 2024 के लिए जिलों की टीम तैयार नहीं हो पाई थीं । लगभग एक महीनो से चल रही चर्चा पर आज विराम लग गया जब उत्तर प्रदेश के सभी नए जिला अध्यक्षों की घोषणा कर दी गयी।बता दें उत्तर प्रदेश में 33 से अधिक जिलों के अध्यक्षों के बदले जानें की उम्मीद थी जिन की घोषणा शुक्रवार को हो गयी।
भारतीय जनता पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव को मद्देनजर दखते हुए संगठन में विशेष कर जिलों में नई टीम तैयार कर रही है।और ऐसे सभी जिला अध्यक्ष को बदलनें की योजना है जो लम्बे समय से कार्यभार संभाल रहे है। जो लोग जिला अध्यक्ष के तौर पर दो टर्म से ज्यादा समय पूरा कर चुके हैं, ऐसे लोगों को भी इस बार बदला तै था । उनकी जगह नए, युवा और बेदाग चेहरों को पार्टी मौका देना चाहती है इसी का परिणाम है कि हमीरपुर जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी युवा व बेदाग छवि के धनि सुनील पाठक को दी गयी। पार्टी के करीबी लोगों का कहना है कि सुनील पाठक का जिलाध्यक्ष बनना पहले से ही तै था मात्र औपचारिकताएं बाकी थीं। कुछ जिलों के जिला अध्यक्षो का बदलना तै था उन मे से हमीरपुर भी एक था।