‘तुम्हारी बहुत पहुंच है… पुलिस व BSF को मुझे गिरफ्तार करने भेजो’, क्या आपस में भिड़ गए TMC सांसद? BJP नेता का दावा

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तृणमूल कांग्रेस के दो सांसदों के बीच कथित विवाद का दावा भाजपा नेता और आईटी सेल के इंचार्ज अमित मालवीय ने किया है। उन्होंने व्हाट्सएप ग्रुप की कथित चैट सार्वजनिक की। उनका दावा है कि मैसेज में बात करने वाले दोनों लोग टीएमसी सांसद हैं और एक-दूसरे खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। मालवीय का दावा है कि चुनाव आयोग मुख्यालय से यह विवाद शुरू हुआ था।

भाजपा आईटी सेल के इंचार्ज अमित मालवीय ने कथित व्हाट्सएप चैट के माध्यम से बड़ा दावा किया है। उनके मुताबिक एक व्हाट्सएप ग्रुप में टीएमसी सांसद कीर्ति आजाद और कल्याण बनर्जी के बीच तीखी बहस हुई है। मालवीय ने दावा किया कि 4 अप्रैल 2024 को दो टीएमसी सांसदों के बीच चुनाव आयोग मुख्यालय में खुलेआम झगड़ा हुआ। यहां वे ज्ञापन देने पहुंचे थे।

मालवीय ने आगे लिखा कि ऐसा लगता है कि पार्टी ने अपने सांसदों को चुनाव आयोग के पास जाने से पहले ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के लिए संसद कार्यालय में इकट्ठा होने का निर्देश दिया था। मगर एक सांसद ज्ञापन लेकर संसद की बैठक की बजाय सीधे चुनाव आयोग पहुंच गया। इससे दूसरे सांसद खफा हो उठे। चुनाव आयोग में आमना-सामना होने पर दोनों भिड़ गए।

तीखी नोकझोंक के बाद दोनों एक-दूसरे पर चिल्लाने लगे। इनमें से एक सांसद ने पुलिसवालों से हस्तक्षेप करने को कहा। मामला इतना बढ़ गया कि ममता बनर्जी तक पहुंच गया। कथित तौर पर उन्होंने दोनों सांसदों को शांत होने को कहा।

मालवीय ने दावा किया कि यह झगड़ा यहीं खत्म नहीं हुआ। बल्कि ‘AITC MP 2024’ व्हाट्सएप ग्रुप तक पहुंच गया। उन्होंने पूछा कि यह सवाल अब भी बना है कि आखिर बहुमुखी अंतरराष्ट्रीय महिला कौन है? दुनिया को इस रहस्य को सुलझाना है।

व्हाट्सएप चैट की तस्वीरे साझा की

मालवीय ने ‘AITC MP 2024’ व्हाट्सएप ग्रुप की तीन स्क्रीनशॉट तस्वीरें साझा की। दावा के मुताबिक कथित बहस कल्याण बनर्जी और कीर्ति आजाद के बीच हुई है। स्क्रीनशॉट में पहला मैसेज कल्याण बनर्जी के नाम से आया है। इसमें लिखा है कि मैं कोलकाता पहुंच गया हूं। अपनी दिल्ली पुलिस और बीएसएफ को मुझे गिरफ्तार करने भेजो। गृह मंत्रालय और अंतरराष्ट्रीय ग्रेट लेडी के साथ आपके मजबूत संबंध हैं।

तुमसे मेरा कोई झगड़ा नहीं

कल्याण बनर्जी नाम से लिखे मैसेज में कीर्ति आजाद सांसद दुर्गापुर के नाम से रिप्लाई आता है। इमें लिखा है कि कल्याण आराम से। बच्चे की तरह व्यवहार मत करो। तुम्हें दीदी ने सबको साथ लेकर चलने की जिम्मेदारी सौंपी है। इसलिए आराम करो, अच्छी नींद लो। मेरा तुमसे कोई झगड़ा नहीं है। विनम्र निवेदन है कि सबको साथ लेकर चलो। बचकानी हरकतें छोड़ों और अच्छे इंसान की तरह व्यवहार करो।किसी को भड़काओ मत। ठंडे दिमाग से सोचो। शुभ रात्रि।

मुझे सलाह मत दो

आगे कल्याण बनर्जी नाम से एक और रिप्लाई आता है। इसमें लिखा है कि कीर्ति मुझे सलाह मत दो। तुम्हें अंदरूनी सियासत करने के कारण भाजपा से निकाल दिया गया था। तुम मुझसे उम्र में बड़े नहीं हो। तुम कल पार्टी बेचना चाहते थे। तुम अब भी अंदरूनी सियासत के कप्तान हो। मुझे दिखाओ कि तुम अपने दोस्त के लिए मुझे गिरफ्तार करवा सकते हो। चिंता मत करो। मैं दुर्गापुर जाकर तुम्हारी पोल खोल दूंगा। मैं 2011 में जिम्मेदारियों से छुट्टी ले ली थी। मगर आप तब पार्टी का हिस्सा बने जब वह सत्ता में थी।

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