संभल अवधनामा एमजीएम कॉलेज संभल में आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा निर्धारित योगा फॉर वन अर्थ वन हेल्थ के तहत योग प्रशिक्षण और विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। शिक्षा शस्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ नेमपाल सिंह ने उपस्थित छात्र छात्राओं और शिक्षक शिक्षिकाओं को योग के विभिन्न आसनों जैसे ताड़ासन,भुजंगासन आदि का प्रशिक्षण दिया।इस कार्यक्रम में हिंदी विभाग के प्रभारी डॉ मोहम्मद इमरान खान ने बताया कि योग केवल व्यायाम या आसनों तक सीमित न होकर यह एक व्यवस्थित जीवन शैली है जो मनुष्य के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक और आत्मिक विकास में सहायक होती है।
हिंदी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ विजय लक्ष्मी शर्मा ने कहा कि प्राचीन भारतीय परंपरा में योग को आत्मिक शुद्धि का साधन माना गया है, जबकि आज के समय में यह वैज्ञानिक और चिकित्सकीय दृष्टिकोण से भी अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुआ है।राजनीति विज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ दिलदार हुसैन ने योग से प्राप्त होने वाले शारीरिक और मानसिक लाभों की विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि योग में किए जाने वाले आसन जैसे ताड़ासन, भुजंगासन, त्रिकोणासन मांसपेशियों को सक्रिय बनाते हैं और शरीर को संतुलित रूप से विकसित करते हैं। कार्यक्रम संचालक डॉ फहीम अहमद ने बताया कि योग साधना वैश्विक स्तर पर अपनी बना पहचान रही है जो भारत की गौरवशाली परंपरा की द्योतक है।इस कार्यक्रम में समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं और छात्र छात्राओं ने सहभागिता की।.