अवधनामा संवाददाता
अयोध्या।सोहावल तहसील क्षेत्र से निकलने वाली शारदा सहायक नहर से निकली माईनरों में पुलिया का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। कि पुलिया निर्माण कार्य की निगरानी निरंतर संबंधित क्षेत्र के जेई की देखरेख में हो रहा है। आरोप है कि इसके बावजूद पुलिया निर्माण में पीली ईंट का इस्तेमाल किया जा रहा है। पुलिया निर्माण में घटिया सामग्री के उपयोग की जानकारी विभाग के बड़े अधिकारियों को भी है। लेकिन विभागीय अधिकारी जानबूझ कर चुप्पी साध रखे है। वहीं स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिया निर्माण में घटिया सामग्री के इस्तेमाल को लेकर नराजगी जताई है और जिलाधिकारी से प्रकरण की जांच करवा कार्यवाही की मांग की है। शारदा सहायक नहर सिंचाई खंड अयोध्या जिला और पड़ोसी जनपद अंबेडकर नगर में बड़ी नहर से निकली माइनरों में पुलिया का नव निर्माण और पुरानी क्षतिग्रस्त हो चुकी पुलिया के मरम्मतीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है। इस दौरान पुलिया निर्माण में पीले ईंट का धडल्ले से प्रयोग किया जा रहा है। यही नहीं पुलिया निर्माण कार्य में विभागीय अवर अभियंता की निरंतर निगरानी बनी रहती है। प्रतिदिन जेई निर्माण कार्य का निरीक्षण करते है। इसकी पुष्टि विभागीय अधिकारी स्वयं करते है। इसके बावजूद ठेकेदार पीली ईंट का धडल्ले से इस्तेमाल कर रहे है। जबकि स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिया निर्माण में घटिया सामग्री के उपयोग को लेकर कड़ी नारजगी जताई है। बताया जा रहा है कि सोहावल क्षेत्र में लगभग एक दर्जन पुलिया का निर्माण कार्य चल रहा है। जिसमें चिर्रा रसूलपुर के पास,कोटडीह सरैया, सारंगापुर के पास बनने वाली पुलिया में पीले ईट का प्रयोग हो रहा है। किसान यूनियन के नेता फरीद अहमद ने पुलिया निर्माण में घटिया सामग्री का आरोप लगाते हुए जांच और कार्यवाही की मांग जिलाधिकारी से करते हुए कहा कि घटिया सामग्री का उपयोग ठेकदार और विभागीय अधिकारी की मिली भगत से हो रहा है। अगर निर्माण कार्य की उच्च स्तरीय जांच कर विभाग के अधिकारियों के खिलाफ नहीं की गई । तो भाकियू आंदोलन को बाध्य होगी। वही अधिशाषी अभियंता रंजनीश गौतम ने बताया कि पुलिया निर्माण कार्य क्षेत्रीय जेई देखरेख में हो रहा है। फिर भी अगर घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। तो कार्रवाई की जाएगी।