सहारनपुर। (Saharanpur) चैत्र नवरात्र पर आज श्रद्वालुओं ने मां कुष्माण्डा की पूजा अर्चना की। नगर के विभिन्न मंदिरों में अटूट श्रद्वा व विश्वास के मां कुष्माण्डा की आराधना कर सभी के लिये सुख समृद्वि की कामन कर देश के संकट से मुक्त करने की प्रार्थना की।
आज चैत्र नवरात्रें पर श्रद्वालुओं ने भक्ति पूर्वक अपने-अपने घरों में मां कुष्माण्डा की पूजा अर्चना कर पूरे दिन का उपवास रखा। अधिकांश घरों में सुबह से ही मां आराधना करने की तैयारियां शुरू हो जाती है ओर सभी श्रद्वालु मां की पूजा अर्चना के पश्चात अपना उपवास आरंभ करते है। इसके अलावा मंदिरों में भी विशेष पूजा अर्चना चल रही है जिसके चलते आज राधा विहार स्थित महाशक्ति पीठ वैष्णवी महाकाली मंदिर में चैत्र नवरात्री पूजन का आयोजन श्रीरामकृष्ण विवेकानंद संस्थान के तत्वावधान में आयोजित किया गया। जिसमें मां कुष्माण्डा की विधिवत् पूजन कर पंचामृत एवं गंगा जल से महास्नान किया गया। मां भगवती का भव्य श्रृंगार कर महाभोग अर्पण कर मां भगवती की महाआरती उतारी गयी। इस अवसर पर मां कुष्माण्डा की ब्रहम स्वरूपी रहस्य पर प्रवचन करते हुए स्वामी कालेेन्द्रानंद महाराज ने कहा कि मां कुष्माण्डा आदि अनादि निराकार पूरा एंव अपरा महाविद्या में जिनसे इच्छा मा़त्र से भगवती की मंद हास्य से ही सृष्टि का बीज प्रकट होता है, जिससे समस्त ब्रहामाण्ड का सृजन ब्रहमाजी के द्वारा किया गया। उन्होेंने कहा कि मंा कुष्माण्डा सृजन एंव पोषण की आदि शक्ति है। देवी भागवती के अनुसार मां कुष्माण्डा को मां शाकम्भरी रूप में भी पूजा जाता है जो अन्नपूर्णा रूप मंे देवों को एंव जीवों को शाक भाजी, कंद मूल, फल प्रदान कर जीव एंव जगत का पोषण करती है। इस अवसर पर अरूण स्वामी, आचार्य अनित शर्मा, पं.नीरज मिश्रा, पं.ऋषभ शर्मा, पं.योगेश तिवारी, मेहरचंद जैन, सुचेता, बबीता, सुनीता, राजबाला, कविता आदि मौजूद रहे।