गोरखपुर, 16 नवम्बर। पूर्वांचल सांस्कृतिक प्रतिष्ठान व डॉ अशोक कुमार श्रीवास्तव फैंस क्लब संयुक्त तत्वाधान में आज यहाॅं गोलघर स्थित एस0पी0पी0डी0स्कुल परिसर स्थित सभागार में भारी संख्या में उपस्थित चित्रांष परिवारों ने भगवान श्री चित्रगुप्तजी महाराज की वैदिक रीति से पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर सभी परिवारों के सदस्यों ने श्री चित्रगुप्तजी महाराज का पूजन करने के पष्चात् ”सामूहिक कलम-दावात की विशेष पूजा भी की व तत्तपश्चात हवन , महाआरती ,प्रसाद वितरण व गरीब परिवारों को सहायता प्रदान किया गया।
इस अवसर पर सर्वप्रथम श्री चित्रगुप्तजी की प्रतिमा का वैदिक मंत्रोच्चार के बीच षोडश पूजन किया गया। जिसमें प्रतिष्ठान एवं कायस्थ समाज के विभिन्न पदाधिकारियों एवं सदस्यों सहित भारी संख्या में चित्रांष परिवारों ने हिस्सा लिया। तत्पष्चात् प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुश्पांजलि अर्पित की गयी। पूजा-अर्चना के बाद सभागार में समस्त चित्रांष परिवारों द्वारा सामूहिक रूप से कलम-दावात की पूजा की गयी। जिसके तहत सभी ने पहले से वितरित भगवान श्री चित्रगुप्तजी महाराज के चित्र से युक्त पृश्ठ पर विभिन्न देवी-देवताओं एवं श्री चित्रगुप्तजी के ही अनेक नामों को अंकित कर लिखित नमन किया। बाद में सभी ने लिखित पत्रों को भगवान श्री चित्रगुप्तजी की प्रतिमा के समक्ष अर्पित कर दिया। इसके बाद सामूहिक रूप से हवन और महाआरती का कार्यक्रम भक्तिपूर्ण वातावरण मे सम्पन्न हुआ। अन्त में सभी लोगों के बीच महाप्रसाद का वितरण हुआ। ” सामूहिक कलम-दवात पूजन, हवन , महाआरती व प्रसाद वितरन “ उपरान्त आस-पास के मन्दिर¨ के समीप कायस्थ रत्न लोकप्रिय राजनेता व समाजसेवी स्वर्गीय डॉक्टर अशोक कुमार श्रीवास्तव की स्मृति में असहायो मे वस्त्र ,खाद्य सामग्री ,फल व मिठाई आदि बाटी गई।
इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए (प्रख्यात समाजसेवी ) श्री दुर्गा प्रसाद (बाबू जी) व इंजीनियर प्रदीप कुमार पूर्वोत्तर रेलवे व डॉ मनोज कुमार श्रीवास्तव विभागाध्यक्ष शिक्षाशास्त्र सेंट एंड्रयूज पीजी कॉलेजने कहा कि जहाॅं तक कायस्थ समाज की बात है, इस समाज ने आरंभ से ही अपनी क्षमता व प्रतिभा से पूरे राष्ट्र को सषक्त बनाने की कोशिश की है और कभी अपने लिए संघर्ष का रास्ता नहीं चुना बल्कि देश के विकास में अपना हर सम्भव योगदान करता रहा। मांगीरिश समूह के मुखिया इं. संजीत कुमार श्रीवास्तव व रेलवे एक्टिविस्ट इंजीनियर रंजीत कुमार ने कहा कि सभी त्यौहार सभी के लिए विशेष महत्व रखता है लेकिन विभिन्नता में एकता के प्रतीक इस भारत देश में कोई पर्व किसी एक वर्ग के लिए ही नहीं सभी के लिए महत्वपूर्ण है। ऐसे में हमारा कर्तव्य है कि हम अपने धार्मिक दायित्वों का निर्वाह करते हुए अन्य धर्मों के पर्वों व त्योैहारों पर सद्भावपूर्ण वातावरण बनाने का प्रयास करें।
इस अवसर पर सर्वश्री पूर्वांचल के ख्यातिलब्ध फिजीशियन मेजर डॉ अमित कुमार , सुप्रसिद्ध नेत्र चिकित्सक , डॉ दुर्गेश श्रीवास्तव,आनंद श्रीवास्तव,होमियोेपैथ चिकित्सक डा0ओ0पी0श्रीवास्तव जी श्री सूर्यकांत त्रिपाठी वास्तव जी , विकास श्रीवास्तव,नीतिन जी,अनिलजी,अजयजी,राज कुमार,डाॅ0 पी़0सी0श्रीवास्तव, इं0प्रदीप कुमार,डाॅ0 मनोज कुमार श्रीवास्तव ,इं0रंजीत कुमार, ई0 संजीत कुमार, मनीष चन्द,अजय श्ंकर, इं0 रवि प्रकाश, चिकित्सक दन्त डाॅ0 श्रीप्रकास श्रीवास्तव जी, प्रसिद्व चिकित्सक डाॅ0 प्रभात,मंजीत कुमार, अनुभव कुमार, शिवेश स्यागी,विजय श्रीवास्तव, विवेक श्रीवास्तव,पी.एस. श्रीवास्तव, नितिन श्रीवास्तव,ए.केे.सिह,राजेेश ,अनिल,अजय श्ंकर ,मनीष चन्द श्रीवास्तव,प्रमोद, अनिल, शिव प्रकाश ,प्रवीनं,मानवेन्द्र,आदित्य जी, रोहित श्रीवास्तव,चन्दन, सतीश जी,पंकज वर्मा, राम नरेेश , विवेक श्रीवास्तव, इं0रवि प्रकाश, अभय श्रीवास्तव, शिवम् जायसवाल, श्री प्रकाश,अनिल श्रीवास्तव, महेन्द्र, विकास सरकारी, मनीष खरे, वेद प्रकाश श्रीवास्त सहित भारी सख्ंया चिकित्सक,अधिवक्ता सहित सभी वर्ग के लोग उपस्थित रहे।
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