अवधनामा संवाददाता
अयोध्या (Ayodhya)। नारायण कैंसर सेवा संस्थान के तत्वाधान में हर वर्ष की तरह आज 31 मई विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2021 मनाया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य है लोगों को इससे होने वाले जोखिम के प्रति अवगत करवाना. खासकर कोरोना के दौरान और वैक्सीन के बाद इसे जारी रखना स्वास्थ्य को बहुत हानि पहुंचा सकता है। संस्थान के सदस्यो ने तंबाकू के खिलाफ जागरूकता स्लोगन का पोस्टर लेकर लोगो को जागरूक किया।इस अवसर पर डॉ महेन्द्र सिहं ने बताया सिगरेट या तंबाकू में निकोटीन नाम का एक पदार्थ पाया जाता है जो बेहद खतरनाक हो सकता है. कोरोना काल में तंबाकू का सेवन आपको मौत के कगार पर ला सकता है इससे कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. जहां कोरोना के दौरान फेफड़ों में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाने से लोगों की जान जा रही है. ऐसे में धूम्रपान करने वाले लोगों में कोविड होने से तुरंत गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है. वे बताते हैं कि शरीर में तंबाकू निम्नलिखित अंगों को प्रभावित कर सकता है।दरअसल, मस्तिष्क में जहरीला पदार्थ निकोटीन जब पहुंचता है तो हमें बेचैनी, चिड़चिड़पन आदि महसूस हो सकता है.
इससे दिल की बीमारी का खतरा चार गुना अधिक बढ़ जाता है.तंबाकू फेफड़ों में एक परत बैठा सकता है जिससे महत्वपूर्ण गैस एक्सचेंज होने में दिक्कत होने लगती है. परिणामस्वरूप ऑक्सीजन की कमी हो सकती है.
इससे लंग्स व मुंह के कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है.इससे शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है जिससे डायबिटीज जैसी बीमारी भी संभव है.
इसके धुएं में आर्सेनिक, फार्मलाडिहाइड और अमोनिया जैसे हानिकारक रसासन पाए जाते है. जो ब्लड में मिश्रण होकर हमारी आंखों के नाजुक ऊतकों को नुकसान पहुंचा सकते है जिससे रोशनी तक जा सकती है.पुरुष या महिलाओं जो धूम्रपान का सेवन करते है उनमें डिमेंशिया या अल्जाइमर जैसे रोग हो सकते है. जिससे आपकी याददाशत तक जा सकती है.इससे महिलाओं की प्रजनन क्षमता भी प्रभावित होती है.
यह दिल की धड़कन के साथ-साथ ब्लड प्रेशर को भी बढ़ा सकता है.तंबाकू के सेवन से लकवा, गठिया, फेफड़े का रोग समेत अन्य समस्याएं हो सकती है.
इस मौके पर प्रमुख रूप से नंद कुमार गुप्ता आलोक निगम शैलेंद्र कुमार गुप्ता जितेंद्र कुमार गुप्ता मनोज सिंह नवमी लाल यादव आलोक सोनी आशुतोष नाग संतोष सिंह हिमांशु चौरसिया रंजना देवी आदि सम्मिलित हुए
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