ब्रिक्स सीसीआई वी के चौथे वार्षिक शिखर सम्मेलन एवं सम्मान समारोह में महिलाओं की उपलब्धियों को उजागर किया गया

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नई दिल्ली। भारत की अध्यक्षता में हुए जी-20 सम्मेलन में महिलाओं की अगुवाई में विकास पर ज़ोर और समावेशी और सकारात्मक परिवर्तन को गति देने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न के साथ ब्रिक्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की महिला सशक्तिकरण इकाई ब्रिक्स सीसीआई वी ने चौथे वार्षिक शिखर सम्मेलन एवं सम्मान समारोह की मेजबानी की जिसका विषय था- The Changing Narrative: Women Development to Women-led Development.
ब्रिक्स सीसीआई वी ने ब्रिक्स के नए युगः महिला सशक्तिकरण के लिए टेक एवं बिजनेस में क्षितिज नाम से एक रिपोर्ट का भी अनावरण जिसमें सभी ब्रिक्स देशों में महिलाओं के लिए प्रौद्योगिकी एवं उद्यमशीलता परिदृश्य पर खास ज़ोर है। इसने ब्रिक्स सीसीआई वी ग्लोबल वुमेन लीडरशिप प्रोग्राम की महिला प्रतिभागियों के प्रथम बैच के दीक्षांत समारोह का भी आयोजन किया।
इस शिखर सम्मेलन में रूस, चीन, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, ईरान, क्यूबा, कोस्टा रिका, चिली, बेलारूस, जांबिया, अंगोला, चाद, कोमोरोस, वेनेजुएला सहित अन्य देशों से राजनयिक शामिल हुए। पद्म विभूषण से सम्मानित राज्यसभा सदस्य डाक्टर सोनल मानसिंह इस शिखर सम्मेलन की मुख्य अतिथि थीं। वहीं भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुश्री शाजिया इल्मी, उत्तर प्रदेश की पूर्व महिला एवं बाल कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सुश्री स्वाति सिंह, पूर्व ब्रिक्स शेरपा और भारत सरकार के सचिव (सेवानिवृत्त) संजय भट्टाचार्य और विशेष पुलिस आयुक्त (महिला एवं बच्चों के लिए विशेष पुलिस इकाई एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए विशेष पुलिस इकाई के प्रभारी) श्री अजय चौधरी ने भी सभा को संबोधित किया।
अपने स्वागत संबोधन में ब्रिक्स सीसीआई वी की अध्यक्ष सुश्री रूबी सिन्हा ने कहा, “महिलाओं के विकास से महिलाओं की अगुवाई में विकास की ओर रुख ना केवल कथा में परिवर्तन को रेखांकित करता है, बल्कि यह हमारी आधी आबादी को सशक्त करने की एक प्रतिबद्धता है और दृष्टिकोण में एक महत्वपूर्ण बदलाव है। अब महिलाओं को सहायता प्राप्त करने वाली निष्क्रिय प्राणी के तौर पर नहीं देखा जाता, बल्कि बदलाव के सक्रिय एजेंट के तौर देखा जाता है जो नेतृत्व करने और अपने स्वयं एवं अपने समुदायों के विकास को आकार देने में सक्षम है।”
मुख्य अतिथि, पद्म भूषण से सम्मानित, राज्यसभा सदस्य डाक्टर सोनल मानसिंह ने कहा, “एक अधिक समानता वाले समृद्ध समाज के निर्माण में महिलाओं का नेतृत्व अपरिहार्य है। यह शिखर सम्मेलन महिलाओं की आवाज बढ़ाने में उत्प्रेरक है और जीवन के सभी क्षेत्रों में उनकी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करता है।”
इस शिखर सम्मेलन में उन असाधारण महिलाओं को सम्मानित किया गया जिन्होंने महिलाओं के विकास में महत्वपूर्ण योगदान किया है। सुश्री पूनम ढिल्लो- अभिनेत्री, उद्यमी और राजनेता को उनके शानदार करियर के लिए ब्रिक्स सीसीआई वी ट्रेलब्लेजर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। उन्होंने ना केवल मनोरंजन उद्योग को समृद्ध किया, बल्कि विविध क्षेत्रों में महिलाओं के सशक्तिकरण एवं नेतृत्व के लिए भी मार्ग प्रशस्त किया।
सुश्री पूनम ढिल्लो ने कहा, “महिलाओं को सशक्तिकरण महज नैतिक आवश्यकता नहीं है, बल्कि टिकाऊ विकास के लिए यह एक रणनीतिक आवश्यकता भी है। महिलाओं के नेतृत्व को बढ़ावा देकर हम असीम संभावनाओं का दोहन कर सकते हैं और अधिक समावेशी भविष्य के लिए मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।”
ओड़िशा से क्वीन ऑफ मिलेट श्रीमती रायमती घिउरिया, विसकॉम्प (वुमेन इन सिक्युरिटी, कनफ्लिक्ट मैनेजमेंट एंड पीस) की संस्थापक डाक्टर मीनाक्षी गोपीनाथ और भारतीय ताइक्वांडो एथलीट सुश्री लाटिका भंडारी को ब्रिक्स सीसीआई वी वुमेन आइकन ट्रेलब्लेजर के तौर पर सम्मानित किया गया।
ब्रिक्स सीसीआई के महानिदेशक डाक्टर बीबीएल मधुकर ने कहा, “ब्रिक्स सीसीआई वी का चौथा वार्षिक शिखर सम्मेलन और सम्मान समारोह महिलाओं की अगुवाई में विकास को बढ़ावा देने की दिशा में हमारी यात्रा में और एक कीर्तिमान है। ब्रिक्स देशों की सामूहिक विशेषज्ञता और संसाधनों का दोहन कर हम भावी पीढ़ियों के लिए अधिक समावेशी एवं समान दुनिया का निर्माण कर सकते हैं।”
भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुश्री शाजिया इल्मी ने अपने विशेष संबोधन में यह बात रेखांकित की कि महिलाओं का सशक्तिकरण हमारी सामूहिक प्रगति के दिल में है। सतत प्रयासों और नीतिगत हस्तक्षेप के जरिए हम एक समर्थ वातावरण का निर्माण कर सकते हैं जहां हर महिला को अपनी आकांक्षाओं को पूरा करने और समाज में योगदान करने का अवसर मिले।
ब्रिक्स सीसीआई के उपाध्यक्ष श्री समीप शास्त्री ने कहा, यह शिखर सम्मेलन विकास की गाथा को नया आकार देने में महिलाओं के सशक्तिकरण के महत्व को रेखांकित करता है। जैसा कि हम प्रगति के लिए प्रयासरत हैं, ऐसे अवसर और सहयोग की व्यवस्था का निर्माण करना महत्वपूर्ण है जो महिलाओं को नेता और परिवर्तनकारी के तौर पर आगे बढ़ने में समर्थ बनाए।
ब्रिक्स के पूर्व शेरपा और भारत सरकार के सचिव रहे संजय भट्टाचार्य ने कहा, “ब्रिक्स सीसीआई वी वार्षिक शिखर सम्मेलन सामाजिक आर्थिक प्रगति को आगे बढ़ाने और समावेशी विकास को गति देने में महिलाओं के नेतृत्व के महत्व को रेखांकित करता है। सामूहिक प्रयासों के जरिए हम महिला उद्यमियों और नेताओं की संभावनाओं का दोहन सभी के लिए एक बेहतर भविष्य के निर्माण में कर सकते हैं।”
विशेष पुलिस आयुक्त (आईपीएस, महिलाओं और बच्चों के लिए विशेष पुलिस इकाई और पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए विशेष पुलिस इकाई के प्रभारी) अजय चौधरी ने कहा, “महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना सर्वोपरि है। कानून प्रवर्तन व्यवस्था को मजबूत कर एवं लिंग संवेदनशील नीतियों को प्रोत्साहित कर हम महिलाओं के अधिकारों एवं सम्मान की रक्षा कर सकते हैं।”

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