उरई (जालौन)। राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत सरस्वती ज्ञान मंदिर इंटर कॉलेज में छात्रों को तंबाकू के दुष्प्रभावों को लेकर जागरूक किया गया। साथ ही क्विज प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया।
सरस्वती ज्ञान मंदिर इंटर कालेज में राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। पीएचसी छिरिया सलेमपुर के चिकित्साधिकारी डॉ. अमित कुमार ने बताया कि नशे के निवारण के लिए सबसे पहला उपाय यही है कि बचपन से बच्चे को नशे से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में बताया जाए ।जब बच्चा किशोरावस्था में प्रवेश करें तब अभिभावकों को चाहिए वह उन्हें समय दें और उनसे बातचीत करें। हो सके तो उन पर थोड़ी निगरानी रखे। अगर गलती से कोई युवा नशे की चपेट में आ भी गया तो उसे उचित तरीके से समझा कर उसे किसी और अभिरुचि में व्यस्त करें। आरबीएसके टीम के डॉ. रेनू पांडेय, डॉ. रणधीर निरंजन ने कहा कि विभिन्न प्रकार के तबाकू जैसे गुटखा, खैनी, सिगरेट आदि के सेवन से तमाम प्रकार की बीमारियां और नुकसान होते हैं। जिनमें मुंह, गला, फेफड़े, कंठ, खाद्य नली, मूत्राशय, गुर्दा आदि के कैंसर होते हैं। हृदय व रक्त संबंधी रोग तेजी से बढ़ते हैं। तंबाकू के शौकीनों की जान अधिकतर हार्ट अटैक से जाती है। वहीं, तंबाकू के सेवन से पुरुषों में नपुंसकता, महिलाओं में जनन क्षमता में कमी व अन्य प्रजनन समस्याएं होती हैं। अध्यापकों, छात्रों व कर्मचारियों को शपथ दिलाई कि वे स्वयं व अपने आस-पास तंबाकू का प्रयोग नहीं करेंगे और अपने घर व विद्यालय को तंबाकू मुक्त बनाएंगे। ताकि समाज को तंबाकू के दुषप्रभावों से बचाया जा सके। तंबाकू नियंत्रण को लेकर क्विज प्रतियोगिता में विेजेता छात्रों को अधिवक्ता अंशुमान दीक्षित ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस मौके पर प्रधानाचार्य विनोद कुमार, जमशेद, अमरदीप आदि मौजूद रहे।
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