लखनऊ : जिस दौर में सेहतमंद जीवनशैली सबसे अहम हो गई है, उसमें किचन में किए गए चुनाव से हमारी सेहत पर काफी गहरा प्रभाव पड़ सकता है। हम अपने भोजन के बारे में ज्यादा से ज्यादा समझदारी-भरा निर्णय लेने की कोशिश करते हैं, ऐसे में खाना पकाने के लिए हम जो कुकिंग ऑयल या फैट इस्तेमाल करते हैं, उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होती है। उत्तर प्रदेश की डाइटिशियन और योग विशेषज्ञ, दीपिका यादव बताती हैं कि ट्रांसफैट फ्री डालडा वनस्पति आपके पसंदीदा व्यंजनों को पकाने के लिए एक बेहतर विकल्प है। आइए जानते हैं कि क्यों वे खाना पकाने के इस माध्यम की हिमायती हैं और क्यों इसे बिना किसी संकोच के अपना लेना चाहिए।
ट्रांसफैट की पहेली को समझें
सेहत पर खतरनाक प्रभावों की वजह से ट्रांसफैट लंबे समय से जांच के दायरे मे रहा है। ये फैट्स सामान्यत: आंशिक रूप से हाइड्रोजेनेटड वनस्पति तेलों में पाए जाते हैं जिनका उपयोग आमतौर पर खाद्य उद्योग में उत्पादों की शेल्फ-लाइफ बढ़ाने के लिए किया जाता है। ट्रांस फैट “बैड” एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा देता है, वहीं “गुड” एचडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम कर देता है जिसकी वजह से ब्लड लिपिड प्रोफाइल पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में जब बात सेहत की आती है तो यह दुधारी तलवार बन जाती है।
डालडा वनस्पति के फायदे
भारतीय घरों में डालडा वनस्पति एक भरोसे का नाम है। यह आज की जरूरतों के अनुसार काफी ज्यादा बदलावों से होकर गुजरा है।
आइए जानते हैं कि क्यों डाइटिशियन दीपिका यादव, ट्रांस फैट-फ्री डालडा वनस्पति की हिमायत कर रही हैं:
· सेहतमंद कुकिंग : ट्रांसफैट्स कोरोनरी हार्ट डिजीज का जोखिम बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं। इसलिए, हमेशा ही ऐसी खाद्य सामग्री का चुनाव करने की सलाह दी जाती है जो इस तरह के हानिकारक ट्रांस फैट्स से मुक्त हों। डालडा वनस्पति एक जिम्मेदार कुकिंग मीडियम ब्रांड है और ट्रांस-फैट-मुक्त डालडा वनस्पति, आहार संबंधी नए दिशानिर्देशों के अनुकूल है जोकि डाइट में ट्रांस फैट की मात्रा का सेवन कम करने पर जोर देते हैं।
· विविधतापूर्ण विविध प्रकार की कुकिंग : डालडा वनस्पति किचन में अपनी विविधताओं के लिए जाना जाता है। चाहे आप फ्राइ कर रहे हों, डीप फ्राई या फिर भूनने का काम कर रहे हों, कुकिंग का यह माध्यम आपके रोजमर्रा की कुकिंग की जरूरतों को पूरा करता है।
· उत्कृष्ट हीट स्टैबिलिटी: डालडा वनस्पति उच्च तापमान पर भी थर्मल डिग्रेडेशन के बिना सबसे बेहतर तरीके से स्थिर बने रहने का गुण रख्ता है। इस प्रकार यह डीप फ्राइंग के लिए बढ़िया विकल्प बनता है।
· रसोईघर की खुबशू : ट्रांसफैट -फ्री डालडा वनस्पति की खुशबू आपके पकवानों पर हावी हुए बिना उनके स्वाभाविक स्वाद को बेहतर बना देता है। खासतौर से यह उन लोगों के लिए है जो पारंपरिक भारतीय पकवानों के अनूठे स्वाद को पसंद करते हैं।
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· किफायती कुकिंग : ट्रांसफैट-फ्री डालडा वनस्पति का चुनाव आपके लिए केवल फायदेमंद ही नहीं बल्कि किफायती भी है। यह क्वालिटी और किफायत का एक सटीक संतुलन है, जो सेहत तथा बजट को महत्व देने वाले ग्राहकों के लिए बड़े पैमाने पर सुलभ है।
· भरोसेमंद ब्रांड : 75 सालों से भी ज्यादा की परंपरा के साथ डालडा भारतीय घरों का एक भरोसेमंद ब्रांड है। विटामिन ए तथा डी युक्त ये ट्रांसफैट फ्री वनस्पति, अपने पोषण देने के वादे को खानपान की बदलती आदतों के साथ भी पूरा कर रहा है। इसे आज की जरूरतों और परंपरा के मेल से बनाया गया है, जो इसे ग्राहकों के लिए भरोसेमंद विकल्प बनाता है।
एक ऐसी दुनिया में जहां सेहत को लेकर जागरूकता बढ़ी है, ऐसे में किचन में एक समझदारी-भरा निर्णय लेना बेहद जरूरी है। ट्रांसफैट फ्री डालडा वनस्पति यह सुनिश्चित करता है कि आप अपने पसंदीदा पकवान, ट्रांसफैट के दुष्प्रभावों के बिना, चाव से खा सकें तो, अगली बार जब भी आप अपने किचन में खाना बनाने जाएं तो अपने पसंदीदा पकवान बनाने के लिए आत्मविश्वास के साथ ट्रांसफैट फ्री डालडा वनस्पति का चुनाव करें और सेहत भरा स्वाद पायें ।