नई दिल्ली: (New Delhi) बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता शशि कपूर (Shashi Kapoor) आज बेशक हमारे बीच न हो, लेकिन अपने चाहने वालों के दिलों में वह हमेशा जिंदा रहेंगे. शशि कपूर (Shashi Kapoor ) का जन्म आज ही के दिन, यानी 18 मार्च 1938 को कोलकाता (Kolkata) में हुआ था. फिल्मी परिवार से होने की वजह से उनका रुझान ( trend ) भी अभिनय (Abhinay) की ओर रहा. शशि कपूर (Shashi Kapoor ) ने अपनी बेहतरीन अदाकारी का जौहर कई शानदार फिल्मों में दिखाया है, जिसके लिए वह कई बार सम्मानित भी हुए| शशि कपूर (Shashi Kapoor ) के नाम के चर्चे सिर्फ भारत (India) में ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में हुए|
शशि कपूर (Shashi Kapoor ) का जो नाम आज भी पूरी दुनिया में छाया हुआ है वह दरअसल उनका असली नाम ही नहीं है| शशि कपूर (Shashi Kapoor ) का असली नाम बलबीर राज (Balbir Raj ) था हालांकि, उनकी मां रामसरनी कपूर (Ramsarani Kapoor ) को उनका यह नाम बिल्कुल पसंद नहीं था, बल्कि वह इस नाम से बेहद चिढ़ती थीं| वह हमेशा अपने लाडले को शशि कहकर ही बुलाती थीं|
कहा जाता है कि यह नाम उनके परिवार की परंपरा को देखते हुए रखा गया था, जिसमें नाम के साथ ‘राज’ लगाना था. इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि यह नाम पंडित द्वारा की गई पूजा के समय निकाला गया था और परिवार ने यही नाम रख दिया| उनकी मां ने जब उन्हें शशि (Shashi ) पुकारना शुरू किया तो सभी उन्हें इस नाम से बुलाने लगे|
शशि कपूर (Shashi Kapoor ) ने एक बार बताया था कि वह पढ़ाई में बिल्कुल अच्छे नहीं थे. जब वह मैट्रिक में फेल हुए तो पिता पृथ्वीराज कपूर (Prithviraj Kapoor ) से उन्हें बहुत डांट पड़ी थी
पिता ने उन्हें दोबारा परीक्षा में बैठने के लिए कहा तो इस शशि मे शशि कपूर (Shashi Kapoor ) ने जवाब दिया कि वह कैंटीन में बैठकर उनका पैसा नहीं बर्बाद करना चाहते. शशि कपूर (Shashi Kapoor ) की इसी बात ने उनके पिता को बहुत प्रभावित किया था|