कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी की विदेश यात्रा पर मणिपुर हिंसा को लेकर निशाना साधा है। पार्टी का कहना है कि प्रधानमंत्री के पास विदेश यात्राओं के लिए ऊर्जा है लेकिन मणिपुर के लिए हमदर्दी नहीं। जयराम रमेश ने कहा कि मई 2023 के बाद यह पीएम मोदी की 35वीं विदेश यात्रा है पर उन्होंने मणिपुर की अनदेखी की है।
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विदेश यात्रा पर रवाना होने पर एक बार फिर मणिपुर में हिंसक टकराव के लंबे दौर के बावजूद प्रधानमंत्री के अब तक राज्य का दौरा नहीं करने को लेकर उन पर निशाना साधा है।
प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए पार्टी ने कहा कि मोदी के पास विदेश यात्राओं के लिए पूरी ऊर्जा है, मगर मणिपुर के लिए हमदर्दी नहीं है। कांग्रेस के संचार महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि मई 2023 के बाद पीएम मोदी अपनी 35वीं विदेश यात्रा पर हैं पर अब तक मणिपुर के मुश्किलों की अनदेखी की है।
कनाडा के लिए रवाना हुए पीएम
पीएम मोदी के रविवार सुबह विदेश रवाना होने से कुछ समय पहले जयराम रमेश ने एक्स पोस्ट में कांग्रेस की ओर से बयान जारी करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री साइप्रस, कनाडा और क्रोएशिया के लिए रवाना हो रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘यह मई 2023 के बाद पीएम मोदी की 35वीं विदेश यात्रा है। उनके पास इन दौरों के लिए भरपूर ऊर्जा, उत्साह और उमंग यानी 3ई है। लेकिन क्या वे चौथी ई इमपैथी अर्थात हमदर्दी भी जुटा सकते हैं कि मणिपुर जाकर वहां के लोगों की तकलीफ, पीड़ा और त्रासदी को देखें?’
जयराम ने दावा करते हुए कहा कि किसी नेता की बात तो दूर तीन मई 2023 से अब तक पीएम ने मणिपुर के किसी भी व्यक्ति से मुलाकात तक नहीं की है और प्रधानमंत्री का मणिपुर के प्रति यह रवैया बेहद दुखद एवं चिंताजनक है। कांग्रेस मणिपुर के लंबे अर्से से खराब हालात और हिंसा के नए दौर का मसला पिछले हफ्ते भी उठाते हुए मोदी सरकार पर राज्य के लोगों के प्रति असंवेदनशील होने का आरोप लगाया था।
कांग्रेस ने भाजपा पर कसा तंज
वहीं पीएम की अंतिम समय में तय हुई कनाड़ा यात्रा पर टिप्पणी करते हुए जयराम रमेश ने कहा ‘एक समय था जब पीएम भारत-कनाडा संबंधों की मिसाल देते हुए गर्व से (ए बी)² का अलजेब्रा का सूत्र सुनाया करते थे लेकिन इसके बाद हालात बुरी तरह बिगड़ गए। जब ऐसा लगने लगा कि कनाडा भारत को जी-7 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित करने को लेकर टालमटोल कर रहा है, तब उनके लिए ढोल पीटने वालों ने प्रचारित किया कि पीएम मोदी तो जाएंगे ही नहीं, चाहे बुलावा आए या नहीं। मगर हमेशा की तरह इस बार भी वे बेनकाब हो गए।’
कांग्रेस नेता के अनुसार कनाडा के प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को जी-7 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया गया है क्योंकि भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। साथ ही तंज कसते हुए कहा कि शायद पीएम मोदी उन्हें याद दिला सकते हैं कि नीति आयोग के सीईओ के अनुसार 24 मई 2025 को ही भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है।