अवधनामा संवाददाता
ऐसी क्या जिम्मेदारी निभाते हो, बूंद बूंद को तरसाते हो
बु.वि.सेना का पेयजल संकट को लेकर जलसंस्थान पर मटका फोड़ प्रदर्शन
पेयजल व्यवस्था दुरुस्त होने तक टैंकरों से पेयजल आपूर्ति की जाये
ललितपुर। बुन्देलखण्ड विकास सेना का जंगी मटका फोड़ प्रदर्शन सेना प्रमुख हरीश कपूर टीटू के नेतृत्व में जल संस्थान पर किया गया। बैठक में भीषण गर्मी के मौसम में ललितपुर शहर में गहराते पेयजल संकट पर गहरी चिन्ता व्यक्त की गई। इस मौके पर क्यों देते हो झटका, जल्दी भर दो मटका तथा ऐसी क्या जिम्मेदारी निभाते हो, बूंद- बूंद के तरसते हो के गगनभेदी नारों से वातावरण गुंजायमान हो गया। कार्यकर्ताओं ने पेयजल संकट के विरोध में अपने साथ लाये दर्जनों मटके जलसंस्थान पर फोड़ कर अपना विरोध जताया। अपनी मांगों का एक ज्ञापन अधिशासी अभियन्ता जलसंस्थान को सौंपते हुए निर्बाध जलापूर्ति करने की मांग की गई। सेना प्रमुख ने कहा कि जल संस्थान की अकर्मणता, लापरवाही और घोर संवेदनशून्यता की वजह से शहर में जल संकट व्याप्त हो गया है। उन्होंने कहा है कि हर साल केन्द्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा पेयजल के नाम पर करोड़ों का बजट रिलीज किया जाता है परंतु हमेशा की तरह धरातल पर कोई आशा नजर नहीं आती है। सरकार द्वारा वर्तमान पेयजल की अमृत योजना का उद्देश्य घर-घर पेयजल की आपूर्ति करना है, परंतु यह योजना मात्र अखबारों की खबर होकर रह गई है। उन्होंने कहा कि जिला ललितपुर सिटी ऑफ डेम होने के बावजूद आज शहर में पीने के पानी के लिए हाहाकार मची हुई है। गोविन्दसागर बांध के माध्यम से शहर में पीने के पानी की सप्लाई की जाती है। गोविन्द सागर बांध में पानी की क्षमता पर्याप्त होने बाबजूद शहर में निर्बाध गति से सप्लाई नहीं हो पा रही है और जो कुछ भी थोड़ी बहुत पानी की सप्लाई होती है तो उससे नलों में गन्दा बदबूदार पानी आ रहा है। जिस कारण संक्रामक रोग फैलने का खतरा बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि शहर के अनेक घरों के नलों से पानी गायब है। सुबह होते ही पूरे शहर में पानी किए हाहाकार मच जाती है। नेहरू नगर से लेकर, गोविन्द नगर तक तथा गाँधीनगर से लेकर पटेल नगर तक शहर के चारों कोनों में पानी की आपूर्ति लडख़ड़ाई हुई है। विष्णुपुरा, नारायणपुरा, पठापुरा, खिरकापुरा, लेडय़िा, नेहरू नगर, स्टेशन क्षेत्र, चौबयाना, सरदारपुरा, छत्रसालपुरा, मउठाना, पुरानी बजरिया में तो कई हफ्तों से नल सूखे हुए हैं। जिलाधिकारी से उन्होंने माँग की है कि स्वच्छ पेयजल की निर्बाध रूप से आपूर्ति सुनिश्चित की जाये। उन्होंने जिलाधिकारी से यह भी माँग की कि जहाँ जहाँ जलसंस्थान के पाईपलाईनों से सप्लाई नहीं हो पा रही है, वहाँ पर टेंकरों द्वारा पानी की सप्लाई की जानी चाहिए तथा टेंकरों को दबंगों के चुंगल से बचाकर सुपात्र जरूरतमंदों को जलापूर्ति सुनिश्चित की जाये। इसके अलावा पूरे शहर में खराब पड़े हेण्ड पम्पों को अबिलम्ब ठीक कराकर उन्हें चालू किया जाये। अन्यथा की स्थिति में बुन्देलखण्ड विकास सेना उग्र आन्दोलन छेडऩे के लिए बाद्ध हो जायेगी। मटका फोड़ प्रदर्शन के दौरान महेन्द्र अग्निहोत्री, राजमल बरया, सुधेश नायक, लक्ष्मीनारायण विश्वकर्मा, हेमंत रोड़ा, मगन सोनी, आनन्दमोहन दुबे, परवेज पठान, विनोद साहू, कदीर खां, राजकुमार कुशवाहा, अमरसिंह बुन्देला, लक्ष्मी अहिरवार, महेन्द्र सोनी, प्रेमशंकर गुप्ता, हनुमत, नन्दराम कुशवाहा, गफूर खान, पुष्पेन्द्र शर्मा, गौरव विश्वकर्मा, पुष्पेन्द्र विश्वकर्मा, नन्दू सोनी, बृजेन्द्र पारासर, दीपक सेन, प्रदीप साहू, कैलाश मुंशी, प्रदीप प्रजापति, गफूर खां, टिंकू सोनी, पुष्पेन्द्र बुन्देला, अमित जैन, प्रमोद धानुक, रवीन्द्र बार, खुशाल बरार, कामता शर्मा आदि उपस्थित रहे।