डब्ल्यूएचओ (WHO) की टीम में संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, जापान, ब्रिटेन, रूस, नीदरलैंड, कतर और वियतनाम के वायरस और अन्य विशेषज्ञ शामिल हैं। इस सप्ताह वे चीनी वैज्ञानिकों के साथ विचारों का आदान-प्रदान करेंगे, लेकिन उन्होंने इस बात का कोई संकेत नहीं दिया कि क्या उन्हें सबूत इकठ्ठा करने की अनुमति दी जाएगी या नहीं। सीजीटीएन के आधिकारिक वीबो अकाउंट पर पोस्ट (Post) के अनुसार, उन्हें दो सप्ताह के चरंटीन के साथ-साथ गले के स्वैब परीक्षण और कोविड-19 (Covid-19) के लिए एक एंटीबॉडी परीक्षण से गुजरना होगा।
हालांकि 10 सदस्यीय टीम चरंटीन में रहते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंस (Confrence) के माध्यम से चीनी विशेषज्ञों के साथ काम करना शुरू करेंगे। ट्रंप (Trump) प्रशासन द्वारा वायरस के प्रसार के लिए बीजिंग को दोषी ठहराए जाने के बाद चीन ने एक अंतरराष्ट्रीय (International) जांच की मांग को खारिज कर दिया था। वायरस (Virus) ने 1930 के दशक के बाद से वैश्विक अर्थव्यवस्था को सबसे ज्यादा बुरे दौर में धकेलने का काम किया। ऑस्ट्रेलिया द्वारा अप्रेल में एक स्वतंत्र जांच की मांग करने पर बीजिंग ने ऑस्ट्रेलियाई बीफ, शराब और अन्य सामानों के आयात को रोककर जवाबी कार्रवाई की थी।
कहां से आया कोरोना वायरस (बीजिंग) चीन पहुंची डब्लूएचओ (WHO) की टीम वुहान से शुरू की जांच
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