अमेरिका ने बलूच लिबरेशन आर्मी और उसकी विंग मजीद ब्रिगेड को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया है। विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि यह कदम आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। BLA बलूचों की आजादी के लिए एक सशस्त्र अलगाववादी समूह है। पाकिस्तान बीएलए को एक आतंकवादी संगठन मानता है।
अमेरिका ने बलूच लिबरेशन आर्मी (Baloch Liberation Army) और उसकी विंग मजीद ब्रिगेड (Majeed Brigade) को विदेश आतंकवादी संंगठन (Foreign Terrorist Organization) घोषित कर दिया है। यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब राष्ट्ररपति ट्रंप पाकिस्तान के साथ नजदीकियां बढ़ा रहे हैं।
अमेरिका के इस कदम के बाद विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने एक बयान में कहा, यह कदम आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने आगे कहा कि हमने 2019 में कई आतंकवादी हमलों के बाद बीएलए को एक विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (SDGT) घोषित किया था।
विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने अपने बयान में कहा, “2019 के बाद से, बीएलए ने मजीद ब्रिगेड सहित कई अन्य हमलों की जिम्मेदारी ली है।”
बीएलए ने कई हमलों की जिम्मेदारी ली- मार्को रुबियो
उन्होंने कहा कि बीएलए ने 2024 में कराची हवाई अड्डे और ग्वादर बंदरगाह परिसर के पास आत्मघाती हमलों की जिम्मेदारी ली थी। मार्च 2025 में क्वेटा से पेशावर जाने वाली जाफर एक्सप्रेस ट्रेन के अपहरण की जिम्मेदारी बीएलए ने ली थी, जिसमें 31 नागरिक और सुरक्षाकर्मी मारे गए थे और 300 से ज्यादा यात्री बंधक बनाए गए थे।
“विदेश विभाग द्वारा लिया गया एक्शन आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए ट्रंप प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
रुबियो ने कहा
आतंक के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका की अहम भूमिका – मार्को रुबियो
उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को नामित करना इस खतरे के खिलाफ अमेरिका की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और आतंकवादी गतिविधियों के लिए समर्थन को सीमित करने का एक प्रभावी तरीका है।
क्या है बलूच लिबरेशन आर्मी?
बलूच लिबरेशन आर्मी (Baloch Liberation Army) पाकिस्तान के बलूचिस्तान में एक सशस्त्र अलगाववादी समूह है जो बलूचों की आजादी के लिए लगातार मांग करता है। बीएलए बीते कई दशकों से एक स्वतंत्र राज्य ‘बलूचिस्तान’ की मांग को लेकर लगातार आगे बढ़ रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बलूच लिबरेशन आर्मी की स्थापना पाकिस्तानी सरकार की ओर से राजनीतिक रूप से अलग-थलग किए जाने, आर्थिक शोषण और सैन्य दमन के जवाब में हुई। पाकिस्तान बीएलए को एक आतंकवादी संगठन मानता है और अब अमेरिका ने भी इसे आधिकारिक रूप से आतंकी संगठन घोषित कर दिया है।