अवधनामा संवाददाता
अयोध्या । विश्व हिंदू परिषद के हित चिंतक अभियान का आज रिकाबगंज हनुमानगढ़ी पर श्री हनुमान जी की विधिवत पूजा अर्चना करके शुभारंभ किया गया। विहिप के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने साकेत महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर डॉक्टर अभय कुमार सिंह को अपना हस्ताक्षर करके रसीद देकर जनपद की प्रथम सदस्यता ग्रहण कराई। उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए चंपत राय ने कहा कि प्राचीन काल में भारत की सीमाएं दूर-दूर तक थी, आज हमारा देश सिकुड़ गया है। हमारा समाज हमसे दूर चला गया है। हमारे देश में उपासना की स्वतंत्रता है। पवित्र भारत भूमि पर स्वामी दयानंद, गौतम बुद्ध, महावीर स्वामी आदि के अनुयाइयों की बहुत सारी विचारधाराएं हैं, इन विभिन्न विचारधाराओं और उपासना पद्धतियों को मानने के बावजूद भारत एक है। परंतु विदेशी विचारधारा के अनुयाई बनने के बाद विदेशी विचारधारा के अनुयायियों को अपने पूर्वज ही बुरे लगने लगते हैं। यही कारण है कि हमारा समाज हमसे दूर हो गया है। विश्व हिंदू परिषद का लक्ष्य है कि हमारा कोई व्यक्ति विदेशी विचारधारा का अनुयाई ना बने। हमारा यह भी लक्ष्य है कि विदेशी विचारधारा के व्यक्तियों को उनकी जड़ों की याद दिलाई जाए। चंपत राय ने कहा कि गरीबों की जो आवश्यकताएं हैं, विशेष रुप से दूर के वनवासी क्षेत्रों में जहां पर मूलभूत सुविधाएं ही नहीं है वहां स्वास्थ्य, शिक्षा, सेवा और स्वावलंबन का केंद्र खड़े करना विश्व हिंदू परिषद का लक्ष्य है। हिंदू समाज के रक्षार्थ एवं हिंदू समाज को जागृत करने का कार्य विश्व हिंदू परिषद 1964 से कर रहा है। विश्व हिंदू परिषद के इन्हीं कार्यों को समाज को बताने, समझाने के लिए हम लोग हित चिंतक अभियान करते हैं। समाज को विश्व हिंदू परिषद से जोड़ना ही हमारा हित चिंतक अभियान है। 2022 का हित चिंतक अभियान आज 6 नवंबर से प्रारंभ हो रहा है यह हित चिंतक अभियान 20 नवंबर तक सारे देश में चलेगा अर्थात अंडमान निकोबार, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में भी प्रारंभ हो रहा है जो 15 दिन तक चलेगा। इसमें तीन रविवार आएंगे। हम सभी कार्यकर्ता घर घर जाएंगे और हिंदू समाज को अपने साथ जोड़ने की कोशिश करेंगे। इस कोशिश में इसके लिए हम उनसे ₹20 मांगेंगे और हित चिंतक अभियान का पत्रक देंगे। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए विश्व हिंदू परिषद ने देशभर में एक करोड़ हित चिंतक बनाने का संकल्प लिया है। चंपत राय ने उपस्थित जनसमुदाय को से अपील करते हुए कहा अपने मान बिंदुओं, आराध्य देवों और महापुरुषों के सपनों को साकार करने के लिए विश्व हिंदू परिषद के हित चिंतक बने और राष्ट्र रक्षा के लिए चलाए जा रहे इस अभियान में भागीदार हों। साकेत महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ अभय सिंह ने कहा कि जाति, पंथ और भाषा के भेद को भूलकर भारत माता को पुनः विश्व गुरु के आसन पर विराजमान कराने के लिए हिंदुओं के सभी संप्रदायों के गुरुओं और पूज्य संतों के आशीर्वाद तथा हिंदू समाज के प्रमुख विचारको के गहन विचार विमर्श से हिंदू समाज के रक्षार्थ जिस विश्व हिंदू परिषद की स्थापना 1964 में हुई है उस हितचिंतक अभियान का सदस्य बनकर मैं अपने को बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से विश्व हिंदू परिषद के जिला एवं सभी प्रखंडों के समस्त पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता गण उपस्थित रहे।
Also read