गांवो में नहर हुई बे पानी पशुपालकों की बढ़ी परेशानी
डुमरियागंज सिद्धार्थनगर। किसानों के हित में योजनाओं को जनहित में कियान्वयन के लिए शासन द्वारा करोड़ों रूपए खर्च किया जाता है लेकिन अधिकारियों व कर्मचारीयों की लापरवाही के चलते आम जनता लाभांवित नहीं हो पाती है यदि कुछ होते भी हैं सही समय पर उसका पूरा लाभ नहीं मिल पाता है। इसी क्रम में नहरों की व्यवस्था में किसानों व पशु पालकों के लिए एक बड़ी रकम खर्च की जाती है जिससे किसानों के खेतों में पानी पहुच सके और मवेशियों को तपिश भरी गर्मी से बचने और प्यास बुझाने के काम आये मगर विभागीय कर्मचारियों की लापरवाही के कारण शासन के उद्देश्य पर पानी फिर रहा है। चिलचिलाती धूप में नहरों के सूखने से किसानों व पशुपालकों में काफी रोष है। इस समय नहर किसानों के लिए वरदान साबित होती है जिले के डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के हल्लौर, सोनाहटी, बेवा, टंडवा की नहर भी सूखी पड़ी है। जिससे किसान बहुत परेशान हैं साथ ही पशुपालकों को मवेशियों के स्वास्थ्य के प्रति घोर चिन्ता बनी है विशेष रूप से डेयरी उद्योग व किसानों को पशुओं के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी का इकट्ठा करना एक टेढ़ी खीर बनी हुई है। किसानों और पशुपालकों का कहना है कि इतनी तेज धूप को देखते हुए प्रशासन को नहरों में पानी चलवा देना चाहिए।