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अवधनाम ब्यूरो,सहजनवा
गोरखपुर/सहजनवां। सरकार भले ही हर गरीब को सुविधाएं-संसाधन मुहैया कराने की योजनाएं बनाती रहे लेकिन इस ‘तंत्र’ के मकड़जाल में उलझकर लक्ष्य से भटक जाना तमाम योजनाओं की नियति बन गई है। हर गरीब तक अनाज पहुंचाने के लिए सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना तैयार की। हालात यह हैं कि तहसील क्षेत्र के कोटेदार हर महीने गरीबों के नाम पर हजारों रुपये का अनाज डकार जा रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला पिपरौली ब्लाक के सरैया गावँ में देखने को मिला, जहां पात्र लोगों को अब तक नया राशन कार्ड ही नहीं मिल सका है। विभागीय अफसरों की मिलीभगत से इनके हिस्से के अनाज की धड़ल्ले से कालाबाजारी हो रही है। तमाम लोग जो कार्ड के लिए राशन की दूकानों पर पहुंच रहे हैं, उन्हें टरका दिया जा रहा है।
इससे पहले भी ग्रामीणों की शिकायत पर इस कोटेदार के खिलाफ कार्यवाही हो चुकी है, तब एसडीएम सहजनवां ने 15 जुलाई 2016 को कोटेदार पर एक हजार रुपये का अर्थदंड लगाया था।
ग्रामीणों का आरोप है कि उनको कभी भी यूनिट के हिसाब से राशन नही मिला है और जो मिला भी है उसका कोई हिसाब नही। किसी को आठ किलो तो किसी को 10 किलो मनमानी राशन कोटेदार द्वारा दिया जा रहा है । हालात यह कि जिसका नाम पात्रता सूची में है उसमें से करीब एक दर्जन लोगों को राशन नही दिया जाता है। वही गांव के एक विकलांग महिला ने बताया कि मेरे पास लालकार्ड है फिर भी हमे राशन नही दिया जा रहा है।
वही कोटेदार ने बताया कि मेरे पास जितना राशन आता है उसी हिसाब से बाटता हूँ और कुछ लोगो का नाम सूची में नही है तो उनको राशन नही दिया जाता है। इस सम्बन्ध में जिला पूर्ति अधिकारी से सम्पर्क नहीं हो पाया।
https://youtu.be/uu1MHrwg0lQ
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