अवधनामा संवाददाता
फतेहपुर बाराबंकी। शातिर भू माफियाओ की बुरी काली नजर से शायद ही कोई जमीन बचती हो या फिर निर्दोष परेशान न होता हो। एक ऐसा ही मामला जिले की तहसील फतेहपुर का है। गौर करने लायक बात यह कि जिस महिला को बीते तीन दशक से कुछ दिखाई नही देता, उसकी फ़ोटो व फर्जी हस्ताक्षर दिखाकर शातिर भू माफिया जमीन हड़पने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं। इस कार्य मे एक तथाकथित कलमकार व जनप्रतिनिधि भी माफिया का पूरा साथ दे रहे हैं। पीड़ित महिला ने अब एसपी से पूरे प्रकरण की शिकायत कर न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। क़स्बा फतेहपुर अंतर्गत मोहल्ला नालापार दक्षिणी निवासिनी श्रीमती खुला खातून पत्नी इकबाल अजीम का आरोप है कि भू माफिया उसकी जमीन को फर्जी दस्तावेज के जरिये हड़पने का प्रयास कर रहे हैं। जिसके कारण उसे दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है। थाना पुलिस से मदद न मिलने से परेशान पीड़िता ने अब पुलिस अधीक्षक अनुरराग वत्स से शिकायत कर इंसाफ की मांग कर रही है। उसका कहना है कि उसे आंखों से लगभग 30 वर्षों से दिखाई भी नहीं पड़ता है।उसने हाफिज शकील पुत्र गुलाम दस्तगीर को जमीन का कोई बैनामा नहीं किया है। जो बैनामा हाफिज शकील दिखा रहे हैं वह फर्जी है। खुला खातून का कहना है जो जमीन हमारी है उसका गाटा संख्या 831ग और 830 है। जिसे हड़पने की नीयत से बगैर गाटा संख्या का एक बैनामा लेकर भू माफिया हाफिज शकील पुत्र गुलाम दस्तगीर, उनके साथी तथाकथित पत्रकार व सभासद साहिल खान और अन्य कई लोग मिलकर इस जमीन को हड़पने की साजिश रच रहे हैं। खुला खातून ने बताया कि इजहार अहमद पुत्र स्वर्गीय सिराज अहमद जो उसकी देखभाल करने के साथ ही हर मामले में मदद करता है। यह लोग उसको भू माफिया कहकर बदनाम कर रहे हैं। जबकि हाफिज शकील खुद भूमाफिया है और जमीन कब्जा करने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाता है। इससे पहले भी हाफिज शकील ने जमीन हड़पने के लिए फतेहपुर एसडीएम कोर्ट में शकील पुत्र दस्तगीर अहमद ने मुकदमा किया था। पीड़ित महिला का आरोप है कि शकील अहमद मुकदमा हार गया, लेकिन वह दबंग प्रवृत्ति का व्यक्ति है और उसे लगातार परेशान कर रहा है। जिसकी शिकायत महिला ने फतेहपुर कोतवाली में भी की थी, लेकिन हाफिज शकील दबंग भूमाफिया होने के कारण पुलिस उसके प्रभाव में आ गई है और कोई कार्रवाई नहीं कर रही।
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