अवधानाम संवाददाता
वेदांता इंटरनेशनल स्कूल ने ई-क्लास कार्यक्रम के माध्यम से विश्व पर्यावरण दिवस थीम “रीइमेजिन” के तहत मनाया गया
आजमगढ़ (Azamgarh)। वेदांता इंटरनेशनल स्कूल ने ई-क्लास कार्यक्रम के माध्यम से विश्व पर्यावरण दिवस थीम “रीइमेजिन” के तहत मनाया गया। विश्व पर्यावरण दिवस के इस मौके पर छात्रों ने कई ऑनलाइन गतिविधियों में हिस्सा लिया। जैसे – कक्षा प्रथम से नूर सिज़ा खान, रेहान अहमद, कक्षा दूसरी से शैलजा मौर्या, महद खान, श्रेयांसि चौहान, अनन्या गुप्ता, कक्षा चौथी से उत्कर्ष मिश्रा, मयंक मद्धेशिया, श्रेया प्रजापति, अंशिका यादव, कक्षा पांच से आयशा खान ने पर्यावरण के अनुकूल बैग, पोस्टर और ‘पर्यावरण बचाओ’ विषय पर नारे लिखे। उन्होंने अपने घरों में पौधरोपण भी किया। प्राकृतिक पर्यावरण की रक्षा करने और पर्यावरण के अनुकूल गतिविधियों में संलग्न रहने की लिए अपनी प्रस्तुति से सबको प्रकृति के प्रति जागरूक होने का पाठ भी पढाया।
विश्व पर्यावरण दिवस पर छात्रों को अपने घरों से प्रदर्शन करने के लिए विभिन्न गतिविधियों को डिजाइन किया गया था। जिससे उन्हें पर्यावरण के मुद्दों से अवगत कराया गया। विद्यालय के विद्यार्थियों ने ऑनलाइन प्रकृति से बेहतर खेल खेलने का आनंद लिया और प्रकृति पर कविताओं का पाठ किया। कक्षा एक से पांच तक के लिए पोस्टर मेकिंग और स्लोगन लेखन गतिविधियों का आयोजन किया गया ताकि उन्हें जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक संसाधनों की गिरावट आदि के मुद्दों के प्रति संवेदनशील बनाया जा सके। गतिविधियों ने बच्चों को उनके रचनात्मक कौशल को सुधारने में मदद की।
विश्व पर्यावरण दिवस पृथ्वी और मानव विकास पर जीवन का समर्थन करने में पर्यावरण की भूमिका पर केंद्रित है। लॉकडाउन के बीच इस दिन को धूमधाम से मनाया गया। छात्रों ने अपने घरों में स्लोगन राइटिंग, बुकमार्क मेकिंग और वृक्षारोपण जैसी ऑनलाइन गतिविधियों के माध्यम से जागरूकता पैदा की।
बच्चों को प्रकृति के प्रति इतनी जागरूकता को देखते हुए विद्यालय के आर एस शर्मा ने कहा कि निश्चित ही यह धरा/प्रकृति जो हमारी माता है जो हम सबों का भरण पोषण करती है; हमे भी इसकी रक्षा करनी चाहिए।आगे अपने वक्तव्य को तटस्थ रखते हुए सभी शिक्षक – शिक्षिकाओं को साधुवाद दिया एवम् उनके इस कर्यो को खूब सराहा।
विश्व पर्यावरण दिवस पर छात्रों को अपने घरों से प्रदर्शन करने के लिए विभिन्न गतिविधियों को डिजाइन किया गया था। जिससे उन्हें पर्यावरण के मुद्दों से अवगत कराया गया। विद्यालय के विद्यार्थियों ने ऑनलाइन प्रकृति से बेहतर खेल खेलने का आनंद लिया और प्रकृति पर कविताओं का पाठ किया। कक्षा एक से पांच तक के लिए पोस्टर मेकिंग और स्लोगन लेखन गतिविधियों का आयोजन किया गया ताकि उन्हें जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक संसाधनों की गिरावट आदि के मुद्दों के प्रति संवेदनशील बनाया जा सके। गतिविधियों ने बच्चों को उनके रचनात्मक कौशल को सुधारने में मदद की।
विश्व पर्यावरण दिवस पृथ्वी और मानव विकास पर जीवन का समर्थन करने में पर्यावरण की भूमिका पर केंद्रित है। लॉकडाउन के बीच इस दिन को धूमधाम से मनाया गया। छात्रों ने अपने घरों में स्लोगन राइटिंग, बुकमार्क मेकिंग और वृक्षारोपण जैसी ऑनलाइन गतिविधियों के माध्यम से जागरूकता पैदा की।
बच्चों को प्रकृति के प्रति इतनी जागरूकता को देखते हुए विद्यालय के आर एस शर्मा ने कहा कि निश्चित ही यह धरा/प्रकृति जो हमारी माता है जो हम सबों का भरण पोषण करती है; हमे भी इसकी रक्षा करनी चाहिए।आगे अपने वक्तव्य को तटस्थ रखते हुए सभी शिक्षक – शिक्षिकाओं को साधुवाद दिया एवम् उनके इस कर्यो को खूब सराहा।
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