अवधानामा संवाददाता
अवधनामा (सोनभद्र/ब्यूरो) वीर बाल दिवस कार्यक्रम के अवसर पर बाबा जोरावर सिंह, बाबा फतेह सिंह की स्मृति में सोनभद्र के सभी मण्डलों में कार्यक्रम आयोजित किये गये जिसके क्रम में राबर्ट्सगंज नगर में गुरुद्वारे की सेवा स्वच्छता के साथ किर्तन में जिला प्रभारी अमरनाथ यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष नन्दलाल जी एवं सदर विधायक भूपेश चौबे सहित भाजपा कार्यकर्ता व सिक्ख समाज के लोग सम्मिलित रहे। इस अवसर पर साहिबजादों को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित कि गई इसके पश्चात् लंगर में उपस्थित जनों ने प्रसाद ग्रहण किया।
भाजपा जिला प्रभारी अमरनाथ यादव ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार ने 26 दिसम्बर 2023 को वीर बाल दिवस को राष्ट्रीय दिवस घोषित किया है। 09 जनवरी, 2024 को गुरु गोविन्द सिंह के प्रकाश पर्व के अवसर पर माननीय प्रधानमन्त्री जी ने यह घोषणा की थी कि दसवें सिक्ख गुरू गोविन्द सिंह जी के पुत्रो साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह बाबा फतेह सिंह की स्मृति में वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जायेगा। आज के अवसर पर हम सभी ऐसे वीर पुत्रों को नमन करते है।
भाजपा जिलाध्यक्ष नन्दलाल ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी ने कहा था कि भारत आज पहला वीर दिवस मना रहा है. शहीदी सप्ताह और वीर बाल दिवस भावों से भरा जरूर है लेकिन अन्नत प्रेरणा का स्त्रोत भी है। उन्होंने कहा वीर बाल दिवस हमे देश के सम्मान की रक्षा के लिए दस सिक्ख गुरुओं के महान योगदान और सिक्ख परम्परा के बलिदान को स्मरण किया जायेगा। इतिहास साक्षी रहा है कि जब जब देश की संस्कृति और एकता पर संकट आया है तब तब गुरुओं ने धर्म संस्कृति के रक्षा के लिए बलिदान दिया है। ऐसे बलिदानी बालकों को हम सभी श्रद्धांजलि अर्पित करते है।
कार्यक्रम मे सदर विधायक भूपेश चौबे ने कहा कि वीर बाल दिवस सिक्ख धर्म के दसवे गुरु गोविंद सिंह जी के चार सुपुत्रों जिन्हें चार साहिबजादों के नाम से जाना जाता है उनके अदम्य साहस शौर्य धर्म व देश के स्वाभिमान की रक्षा के लिए किये गये बलिदान की स्मृति में किया जा रहा है। चार साहिबजादे बाबा अजीत सिंह बाबा जुझार सिंह, बाबा जोरावर सिंह एवं बाबा फतेह सिंह में से दो साहिबजादों ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए अत्याचारी मुगल आक्रान्ताओं के विरुद्ध युद्ध करते हुए वीर गति प्राप्त की। वहीं छोटे साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह व बाबा फतेह सिंह को अत्याचारी मुगल शासक द्वारा जीवित दीवार में चुनवा दिया गया किन्तु निर्भीक सिंह की तरह दोनों साहिबजादों ने अपने धर्म से विमुख होना स्वीकार नहीं किया ऐसे निर्भीक अल्प आयु साहसी साहबजादों के कृत्य प्रत्येक देशवासी चाहे वृद्ध हो या बालक सभी के लिए अनुकरणीय है वन्दनीय है व नमन करने के योग्य है।
कार्यक्रम मे मुख्यरुप से पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर तिवारी, सदर ब्लॉक प्रमुख अजीत रावत, कृष्णमुरारी गुप्ता, कमलेश चौबे, ओमप्रकाश दूबे, रविन्द्र केशरी, बलराम सोनी, धिरेन्द्र पाण्डेय, राकेश मेहता, सरदार गुरजीत सिंह, लब्बी सरदार, हर्ष केशरी, प्रकाश केशरी, सरोज केशरी, मनीष कुमार, चन्द्रप्रकाश दूबे पप्पू, अजीत सिंह भण्डारी, जसवीर सिंह, रणजीत सिंह, सुरेन्द्र सिंह, देवेन्द्र सिंह सहित कार्यकर्ता व सिक्ख समाज के लोग उपस्थित रहे।