अवधनामा संवाददाता
प्रयागराज।(Prayagraj) रोटरी इलाहाबाद मिडटाउन, प्रयागराज द्वारा वर्तमान में कोविड महामारी से राहत के लिए जिले के जनजाति व ग्राम समाज में पूर्व में आयोजित नि:शुल्क मेडिकेल कैंप के बाद जरूरत मंद लोगो की आवश्यकताओं के मद्देनज़र नारी बारी गाँव में टीकाकरण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। गाँव में फैले भ्रम और भ्रान्ति के कारण गाँव के अधिकाँश लोगों ने आज भी टीकाकरण के लिए पंजीकरण नहीं कराया है, जिसके कारण क्लब अध्यक्षा डॉ दिव्या बरतरिया ने समस्त क्लब सदस्यों के साथ इस अभियान को चालू किया।
जागरूकता के साथ साथ ग्रामीण जान जाति की आपातकालीन परिस्थितियों और समस्याओं को भी समझते हुए शंकरगढ़, कोराँव, मेजा और मांडा में ५००० मास्क का वितरण किया गया। रोटरी सेवाओं के अंतर्गत सेवा समर्पण संस्थान के स्वयं सेवकों के माध्यम से घर घर जाकर करूणा किट पूछना, मास्क वितरण, राशन सामग्री वितरण जैसे कार्यों को प्रारम्भ किया गया है।इस महती सेवा कार्य में समाज के सभी वरिष्ठ एवं गणमान्य रोटेरियन बढ़ चढ़ कर भागीदारी कर रहे हैं।
दो परिवार, जो कि इस महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं और जीवन यापन में असमर्थ हैं, को दो महीने का राशन दान दिया गया। इसी क्रम में ग्राम बैठकवा , कोरांव, का एक परिवार निहायत गरीबी से जूझ रहा है और अपनी लड़की आरती के २५ मई को विवाह आयोजन के लिए संघर्ष कर रहा है। इस परिवार की मांग को पूरा करने के लिए क्लब के ही अंकुर अग्रवाल आगे आए और ५० किलो चीनी और एक टीन रिफाइंड ऑयल की मांग को पूरा किया गया।
रोटरी इलाहबाद मिडटाउन द्वारा कोविड नियंत्रण, समाधान और निराकरण के लिए की जा रही सेवाएं आज समाज के विभिन्न वर्गों को लाभान्वित कर रहीं हैं। प्रयागराज के अनुभवी चिकित्सकों डॉ दिलीप चौरसिया, डॉ प्रोबाल नियोगी, डॉ संजीव अग्रवाल और डॉ अर्पित बंसल अपनी चिकित्सकीय परामर्श की सेवाओं को रोटरी इलाहाबाद मिड टाउन के कोविड हेल्प लाइन व्हाट्सएप्प ग्रुप और निःशुल्क कॉल के द्वारा सजगता के साथ अनवरत कर रहे हैं। विनायक टंडन, तरुण सावला, नीरज भार्गव और गौरव मोहन जैसे नागरिकों और रोटेरियंस के अनुसार हम घर पर बैठ कर भी अपनी सोच और मंशा से सेवा लोगों तक पहुंचा सकते हैं। डॉ दिव्या बरतरिया के अनुसार आज आवश्यकता है सेवा क्षेत्रों को पहचाना और सही वक्त पर सही सेवाएं वास्तविक तौर पर सही व्यक्तियों तक पहुँचाना और यही कार्य प्रणाली हम अपना रहे हैं और सफल भी हो रहे हैं।
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