अवधनामा संवाददाता
अतरौलिया,आजमगढ़। अध्यापकों द्वारा खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय पर अध्यापक उत्पीड़न के खिलाफ उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा एक दिवसीय धरना दिया गया। धरने की अध्यक्षता श्री राम सिंह अध्यक्ष (सेवानिवृत्त कल्याण परिषद) ने किया। संचालन देवेंद्र कुमार सिंह ने किया। ब्लॉक संयोजक अजय कुमार सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा शिक्षकों का पांच दस मिनट विलंब दिखाकर वेतन काट देना, एवं वर्षीय वेतन वृद्धि रोक देना एक साथ दो प्रकार दंड देना नीति संगत नहीं है। इनके इस कार से शिक्षक आक्रोशित हैं ।इसलिए बाध्य होकर धरना देना पड़ रहा है। पूर्व मंत्री रामनाथ राम ने कहा कि अध्यापक सेवा नियमावली है कि स्पष्टीकरण लेने के बाद ही वेतन काटना एवं निलंबन करना ही है। उल्लेखनीय है कि जब खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा नियमों का सही निर्वहन नहीं किया गया। जिलाध्यक्ष सुरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि जबसे खण्ड शिक्षा अधिकारी अतरौलिया ब्लॉक में आए हैं तब से बराबर इनकी शिकायत मिलती रहती है। पोर्टल पर ऑनलाइन सां०अ० प्रधानाध्यापक द्वारा स्वीकृत कर लिया जाता है। तो संबंधित शिक्षक का वेतन रोका नहीं जाता ।जबकि खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा ऐसा किया गया। अध्यापक सेवा नियमावली 1981 में उल्लेखित उल्लिखित है कि शिक्षक व कर्मचारी को विद्यालय खुलने से 30 मिनट बाद ही अनुपस्थित कर सकता है। तथा निलंबन की कार्रवाई वित्तीय अनियमितता अथवा किसी राष्ट्रीय और राजकीय कार्य की अवहेलना के बाद ही किया जा सकता है। जितेंद्र कुमार ने कहा कि पटेल जयंती के दिन भी समय उपरांत अध्यापकों को अनुपस्थित किया गया ।जो उचित नहीं है ।बृजेश कुमार तिवारी ने कहा कि खंड शिक्षा अधिकारी मेरे विद्यालय पर सुबह 8रू50 पर पहुंचे तो एक शिक्षिका आई हुई जिससे उपस्थिति रजिस्टर लेकर ऑफिस में पहुंच कर बैठे रहे, जबकि हम लोग प्रार्थना समय से कराए। महोदय राष्ट्रगान के समय भी प्रार्थना स्थल पर नहीं आये, और 5 लोगों का वेतन काटने और निलंबित करने की धमकी देकर चले गए। और बिना स्पष्टीकरण लिए ही कार्यवाही कर दी। धरने को संबोधित करते हुए अवनीश राय ने कहा कि अधिकारी की भाषा एवं कार्यशैली मर्यादित होना चाहिए। अतरौलिया ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी का कृत्र अशोभनीय है। हम शिक्षक इसकी घोर निंदा करते हैं। इस अवसर पर राजेंद्र सिंह, मनोज सिंह, राकेश सिंह, जितेंद्र कुमार राय ,नागेन्द्र दुबे, पद्मासिंह, अजय नारायण पांडे, माधुरी सिंह, पूजा मौर्य ,संत कुमार यादव, अनिल कुमार, कामिनी सिंह, शिव गोविंद दूबे सहित काफी संख्या में अध्यापक व अध्यापिकाएं मौजूद रहे।