असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, मेघालय (यूएसटीएम) जिहाद को बढ़ावा दे रहा है। कांग्रेस जैसी पार्टियां इसीलिए इसे संरक्षण दे रही है, क्योंकि यह मुस्लिम स्वामित्व वाला संस्थान है।
डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने मीडिया से चर्चा में यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि यूएसटीएम में जाने के लिए मक्का में सिर झुका कर जाना होता है। इसे किसी भी शिक्षण संस्थान के लिए उचित नहीं कहा जा सकता है। यूएसटीएम में शिक्षा के बदले जिहाद को बढ़ावा दिया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि यूएसटीएम के गेट पर मक्का के साथ-साथ कामाख्या और वेटिकन सिटी, बरदुवा नामघर आदि को भी प्रतीकात्मक लगाया जाता तो मान्य था। सवाल यह उठता है कि हम मक्का में सिर झुकाने क्यों जाएं।
उन्होंने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने माना था कि गुवाहाटी में कृत्रिम बाढ़ का मुख्य कारण जोराबाट में बाढ़ का होना है। गुवाहाटी में बाढ़ होने के पीछे यही कारण है कि यूएसटीएम ने पहाड़ पर पानी का ढलान गुवाहाटी के तरफ कर दिया है। यदि इस ढलान को मेघालय की ओर किया जाता तो गुवाहाटी में बाढ़ की स्थिति इतनी जटिल नहीं होती। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस दिशा में कार्रवाई कर रहे हैं।