कई मौतों के बाद भी बन्द नहीं हुआ झटका मशीन का उपयोग

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हजपुरा,अंबेडकरनगर वन्य जीव और मवेशियों से फसलों को बचाने के लिए उपयोग होने वाली झटका मशीन से इंसानों की मौत के बाद भी  प्रशासन और किसानों ने कोई सबक नहीं लिया और धड़ल्ले से फसलों की सुरक्षा के लिए किसान झटका मशीन का उपयोग कर रहे हैं। पहले फसलों की सुरक्षा के लिए किसान कटीले तारों का उपयोग करते थे लेकिन प्रशासन ने इस पर पूरी तरह से रोक लगा दिया जिस वजह से अब किसान झटका मशीन का प्रयोग वे रोक-टोक कर रहे हैं। शासन द्वारा अवैध घोषित करने पर भी प्रशासन झटका मशीन का उपयोग रोकने में नाकाम साबित हो रहा है। जिससे कर्बला कासिमपुर,बलुआ बहादुरपुर, पंथीपुर,जैदपुर,मरहरा, निमटिनी,रामपुर,रामपट्टी, सलाउद्दीनपुर, कल्याणपुर आदि गांव में किसान चना, मटर, गेहूं, सरसों, गन्ना, मसूर और सब्जियो को जानवरों से बचने के लिए बिना रोक टोक झटका मशीन का उपयोग कर रहे है जो प्राणघातक है।
गत वर्ष सितंबर माह जलालपुर तहसील क्षेत्र के कर्बला कासिमपुर में केले की फसल के चारों तरफ बैरिकेड करके करंट का सप्लाई दिया गया था, जिसकी चपेट में आने से किसान शेरू की मौत हो गई थी वही जलालपुर क्षेत्र के ही कैथा गांव में गत 21 जनवरी को शोभावती गांव के ही रक्षा राम वर्मा के खेत में बथुआ तोड़ने के लिए गई थी जिससे खेतों के किनारे लगी झटका मशीन के करंट की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई थी इन मौतों के बाद भी किसान और प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया और बराबर झटका मशीन का उपयोग हो रहा हैं।
*अवर अभियंता कर्बला कासिमपुर उपकेंद्र अरविंद सिंह ने बताया कि खेतों के चारों तरफ बैरिकेडिंग करके किसी भी प्रकार का करंट दौड़ना पूरी तरह अवैध है इसकी जांच करवा के कार्रवाई की जाएगी।
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