अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन 36 और देशों के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर यात्रा प्रतिबंध लगाने की सोच रहा है। राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे को देखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है। विदेश विभाग ने कुछ देशों में पहचान दस्तावेजों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। अगर इन देशों ने 60 दिनों के अंदर जरूरी सुधार नहीं किए।
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन 36 अतिरिक्त देशों के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर यात्रा प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है। इस कदम के पीछे राष्ट्रीय सुरक्षा खतरों का हवाला दिया गया है। इस महीने की शुरुआत में 12 देशों के नागरिकों के प्रवेश पर पहले ही प्रतिबंध लगाया जा चुका है।
विदेश मंत्री मार्को रूबियो की ओर से हस्ताक्षरित एक डिप्लोमेटिक केबल में स्टेट डिपार्टमेंट ने संबंधित देशों के बारे में चिंताओं को उजागर किया है और सुधारात्मक कार्रवाई की मांग की है।
पासपोर्ट की सुरक्षा को लेकर भी सवाल
विभाग ने चिंताजनक 36 देशों की पहचान की है, जिनके नागरिकों के प्रवेश पर पूर्ण या आंशिक रोक लगाने की सिफारिश की जा सकती है, अगर वे 60 दिनों के भीतर स्थापित मानदंडों और आवश्यकताओं को पूरा नहीं करते हैं।
यह केबल सबसे पहले वाशिंगटन पोस्ट द्वारा रिपोर्ट किया गया था। केबल में जताई गई चिंताओं में कुछ देशों में विश्वसनीय पहचान दस्तावेज बनाने के लिए सक्षम संस्था का अभाव। पासपोर्ट की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं।
नागरिकों पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है
अगले 60 दिनों के भीतर इनका समाधान नहीं करने पर इन देशों के नागरिकों पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। इनमें अंगोला, एंटीगुआ और बारबुडा, बेनिन, भूटान, बर्किना फासो, काबो वर्डे, कंबोडिया, कैमरून, कोट डी आइवर, लोकतांत्रिक गणराज्य कांगो, जिबूती, डोमिनिका, इथियोपिया, मिस्त्र, गबोन, द गांबिया, घाना, किर्गिस्तान, लाइबेरिया, मलावी, मारिटानिया, नाइजर, नाइजीरिया, सेंट किट्स और नेविस, सेंट लूसिया, साओ टोमे और प्रिंसिपे, सेनेगल, दक्षिण सूडान, सीरिया, तंजानिया, टोंगा, तुवालु, युगांडा, वानुआटू, जांबिया और जिम्बाब्वे शामिल हैं।