UP News: भाजपा में नहीं थम रहा विवाद, झगड़ा गाली-गलौच तक पहुंचा; 10 लाख से जुड़ा है मामला

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हापुड़ भाजपा में विधायक और सह प्रवक्ता के बीच विवाद जारी है। दस लाख के लेन-देन को लेकर शुरू हुआ झगड़ा गाली-गलौच तक पहुंचा। जिला संगठन ने समझौता कराया पर मामला प्रभारी मंत्री तक पहुंच गया। सह प्रवक्ता का आरोप है कि समझौते के बाद भी विधायक अभद्र टिप्पणी कर रहे हैं।

भाजपा में विवाद अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है। चार दिन पहले भाजपा विधायक और सह प्रवक्ता में चौराहे पर विवाद हुआ था। दोनों में जमकर गाली-गलौंच हुई थी। सह प्रवक्ता ने विधायक के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी थी।

इस मामले को लेकर जिला संगठन के पदाधिकारियों ने दोनों में समझौता करा दिया था। उसके बावजूद यह मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को भाजपा संगठन के सम्मेलन के बाद जिले के प्रभारी मंत्री के समक्ष यह मामला उठाया गया।

वहीं, समझौते के बाद भी विधायक द्वारा जगह-जगह की जा रही अभद्र टिप्पणी को लेकर नाराजगी जताई। इस मामले को प्रभारी मंत्री ने गंभीरता से लिया है। पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को तत्काल समाप्त कराने का जिम्मा सौंपा है।

शहर विधायक विजयपाल आढ़ती और भाजपा के सह प्रवक्ता जयभगवान शर्मा का आपस के लेनदेन को लेकर कई महीने से विवाद चल रहा था। यह विवाद करीब दस लाख रुपये से जुड़ा हुआ था। इस मामले ने चार दिन पहले तूल पकड़ लिया था। दोनों के बीच पहले फोन पर जमकर गाली-गलौंच हुई थी।

इसके बाद दोनों ताल ठोककर एक-दूसरे को चेलेंज करके शहर के तहसील चौपला पर आ पहुंचे। वहां पर सार्वजनिक रूप से दोनों में जमकर गाली-गलौंच हुई। दोनों ने एक-दूसरे को जान से मारने की धमकी दी थी।

इस मामले में जयभगवान शर्मा ने विधायक के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी थी। मामले को बढ़ता देख भाजपा संगठन सक्रिय हो गया। लखनऊ तक मामला पहुंच गया। उसके चलते पार्टी के जिला कार्यालय पर जिलाध्यक्ष नरेश तोमर, पुनीत गोयल, सुयश वशिष्ठ व प्रफुल्ल सारस्वत सहित वरिष्ठ पदाधिकारियों की मौजूदगी में समझौता करा दिया गया था।

इस मामले में 10 लाख रुपये का लेनदेन होना था। वह रुपया वरिष्ठ पदाधिकारी पुनीत गोयल को सौंप दिया गया। पार्टी सूत्रों के अनुसार समझौते के बाद भी दोनों में विवाद समाप्त नहीं हुआ है। विधायक की ओर से प्रभारी मंत्री को बताया गया कि सह प्रवक्ता जगह-जगह अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। इसको लेकर वर्ग विशेष में नाराजगी है।

इसको तत्काल समाप्त नहीं किया गया तो विवाद बढ़ सकता है। हालांकि विधायक विजयपाल आढ़ती ने इस मामले में आन रिकार्ड कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि जो भी मामला है पार्टी मंच पर उठाया जाएगा। इस दौरान भाजपा नेता योगेंद्र चौधरी, अमित सिवाल, सत्यवीर कांटीखेड़ा व जिला पंचायत अध्यक्षा के पति प्रमोद नागर मौजूद रहे।

समझौते के बाद से मैंने कोई बयानबाजी नहीं की है। दस लाख रुपये देने से पहले मुझसे लिखकर मांगा जा रहा है। मेरा यही कहना है कि मेवल दस लाख रुपये प्राप्त करना नहीं लिखा जाएगा। इस मामले में पूरा घटनाक्रम लिखने के बाद ही रुपये प्राप्त करुंगा। इस विवाद के चलते अभी तक रुपये भी नहीं लिए हैं।

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