RSSDI के UP चैप्टर ने डायबिटीज मोटो साइक्लोथॉन, वॉकथॉन और मेगा कैंप का किया आयोजन

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 लखनऊ: डायबिटीज के क्षेत्र की प्रमुख रिसर्च संस्था RSSDI की उत्तर प्रदेश शाखा ने लखनऊ के गोमती नगर के रीवर फ्रंट पर विश्व डायबिटीज दिवस के अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम को आयोजित किया। उत्तर प्रदेश के माननीय उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री श्री बृजेश पाठक ने RSSDI के उत्तर प्रदेश चैप्टर द्वारा आयोजित इस जागरूकता कार्यक्रम के ‘डायबिटीज वॉकथॉन’ को झंडी दिखाकर रवाना किया।  इस कार्यक्रम में प्रोफेसर अनुज माहेश्वरी, प्रोफेसर नरसिंह वर्मा, श्री एम के श्रीवास्तव, श्री संजय, श्री सतीश जोशी और श्री सुदीप सरकार ने भाग लिया।  इस अवसर पर डॉ यूसुफ अंसारी, डॉ अनिल उपाध्याय, डॉ संजय सिंह और डॉ स्मिता सिंह ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और भारत में डायबिटीज केयर के महत्व पर चर्चा की। कई फिटनेस शौकीनों ने “वॉक फॉर डायबिटीज” में भी हिस्सा लिया और संस्था के प्रयासों की सराहना की।
RSSDI के उत्तर प्रदेश चैप्टर के चयनित चेयरमैन डॉ अनुज माहेश्वरी ने कहा, “डायबिटीज के रोकथाम पर होने वाली चर्चा को प्रोत्साहित करने और डायबिटीज के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए हमने इस वॉकथॉन का आयोजन किया। ब्रजेश पाठक जी जैसे गणमान्य व्यक्तियों का इस अभियान में शामिल होना और डायबिटीज से पीड़ित लोगों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाने में  मदद करना हमारे लिए खुशी की बात है।  RSSDI का मुख्य उद्देश्य लोगों को डायबिटीज की बीमारी के बारे में शिक्षित करना और समय पर डायग्नोसिस को बढ़ावा देना है।”
RSSDI के उत्तर प्रदेश चैप्टर वॉकथॉन के बाद मुफ़्त ब्लड शुगर टेस्टिंग कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।
RSSDI के अध्यक्ष डॉ बी एम मक्कर ने इस बाबत कहा, “विश्व डायबिटीज दिवस के अवसर पर RSSDI के 21 स्टेट चैप्टर हर राज्य के विभिन्न शहरों में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों के साथ एक डायबिटीज वॉकथॉन का आयोजन कर रहे हैं।  वर्तमान समय में भारत में डायबिटीज के केस मे अच्छी खासी  वृद्धि देखने को मिल रही है। डायबिटीज की इस बीमारी पर तत्काल ध्यान देने और कार्रवाई करने की ज़रूरत है। ऐसा करने के लिए बड़े पैमाने पर जागरूकता और शिक्षा कार्यक्रमों को आयोजित करने की ज़रूरत है। RSSDI जागरूकता बढ़ाने के लिए जमीनी स्तर पर पुर जोर काम कर रहा है। डायबिटीज जीवन पर्यंत चलने वाली बीमारी है और इसे जमीनी स्तर पर कार्रवाई करके खत्म करने की जरूरत है।”
इलाहाबाद के अलावा अन्य शहरों में भी मोटो साइक्लोथॉन और डायबिटीज के लिए नि:शुल्क स्क्रीनिंग कार्यक्रम आयोजित किया गया।
डायबिटीज मेलिटस भारत की सबसे बड़ी हेल्थकेयर समस्या बन गई है। भारत में 70 मिलियन से ज्यादा लोग इस समय डायबिटीज की चपेट में है। RSSDI का मानना ​​है कि इस समस्या को दूर करने के लिए इलाज नहीं बल्कि रोकथाम पर ध्यान देने वाले दृष्टिकोण को अपनाने की जरूरत है। इस दृष्टिकोण को जमीनी स्तर पर लागू करने की जरूरत है।
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