मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उमर पर आरोप है कि उन्होंने अपनी फरार चल रही मां अफ्शा अंसारी जिनके ऊपर 50 हजार का इनाम है के फर्जी हस्ताक्षर करके न्यायालय में याचिका दाखिल की थी। पुलिस ने वकील को भी आरोपित बनाया है और मामले की जांच कर रही है। उमर को हजरतगंज पुलिस की मदद से दारुलशफा से पकड़ा गया।
लखनऊ। फर्जी हस्ताक्षर कर संपत्ति हड़पने के उद्देश्य से न्यायालय में याचिका दायर करने के मामले में 50 हजार रुपये की इनामी अफ्शा अंसारी के बेटे उमर अंसारी को मुहम्मदाबाद पुलिस ने रविवार को हजरतगंज पुलिस की मदद से दारुलशफा से गिरफ्तार किया।
इस मामले में मुहम्मदाबाद थाने के प्रभारी निरीक्षक रामसजन नागर ने मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने उमर अंसारी को गिरफ्तार करने के लिए हजरतगंज पुलिस की मदद ली और उसे दारुलशफा से पकड़ लिया। अब पुलिस उमर से पूछताछ कर रही है और मामले की जांच में जुटी हुई है।
इंस्पेक्टर ने बताया कि न्यायालय में 11 जुलाई को अफ्शा अंसारी के हस्ताक्षर से एक याचिका दायर की गई थी। जब इन हस्ताक्षरों का मिलान किया गया, तो यह बात सामने आई कि मेसर्स विकास कंस्ट्रक्शन की पार्टनरशिप डीड में अफ्शा अंसारी के हस्ताक्षर और याचिका में संलग्न प्रपत्रों पर किए गए हस्ताक्षरों में काफी अंतर है।
याचिकाकर्ता के वकील लियाकत अली ने याचिका में यह तथ्य भी अंकित किया है कि याचिका और संलग्नक पर अफ्शा अंसारी के हस्ताक्षर उनके पुत्र उमर अंसारी के माध्यम से करवाए गए हैं।
आरोप है कि अफ्शा अंसारी गाजीपुर समेत अन्य जनपदों में कई मुकदमों में फरार चल रही है और उसके खिलाफ 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित है। साथ ही उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी किया गया है और अन्य जनपद की पुलिस भी उसकी तलाश कर रही है।
ऐसे में यह संभव नहीं है कि वह वापस लौटकर आएगी। इन परिस्थितियों में उमर अंसारी ने अपनी मां अफ्शा अंसारी के फर्जी हस्ताक्षर करवाकर वकील लियाकत अली की मदद से याचिका दायर की है।
पुलिस ने बताया कि याचिका में किए गए हस्ताक्षरों की जांच के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि ये हस्ताक्षर फर्जी हैं। सर्विलांस टीम को जानकारी हुई कि उमर दारुल शफा में छिपे हुए हैं।
मौके पर टीम के साथ पहुंचे और इंस्पेक्टर हजरतगंज विक्रम सिंह की मदद से आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, वकील लियाकत अली की तलाश में दबिश दी जा रही है।