ब्रिटेन के आम चुनाव में लेबर पार्टी की प्रचंड जीत के बाद केअर स्टॉर्मर ने देश के नए प्रधानमंत्री के रूप में शुक्रवार को कार्यभार संभालने के बाद देशवासियों के ‘हृदय में व्याप्त निराशा’ को दूर करने और राष्ट्र के पुनर्निर्माण का संकल्प लिया। इससे पहले चुनाव में भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी को करारी हार के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
चुनाव में प्रचंड जीत के बाद 61 वर्षीय स्टॉर्मर ने बकिंघम पैलेस में महाराजा चार्ल्स तृतीय के साथ रस्मी बैठक के बाद 58वें प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाल लिया। लेबर पार्टी ने 650 सदस्यीय ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ में 412 सीट हासिल कीं। यह संख्या 2019 में पिछले चुनाव में प्राप्त सीट से 211 अधिक है। सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी ने 121 सीट पर जीत दर्ज की जो पिछले चुनाव में प्राप्त सीट से 250 कम हैं। लेबर पार्टी का मत प्रतिशत 33.7 रहा, जबकि कंजर्वेटिव पार्टी का मत प्रतिशत 23.7 रहा।
स्टॉर्मर ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री के आधिकारिक निवास, 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर अपने संबोधन में कहा, ‘‘हमारे देश ने परिवर्तन, राष्ट्रीय नवीनीकरण और सार्वजनिक सेवा के लिए राजनीति की वापसी के वास्ते निर्णायक रूप से मतदान किया है।’’
स्टॉर्मर ने कहा कि आगे का काम ‘अत्यावश्यक है और हम इसे आज ही शुरू कर रहे हैं’। हालाँकि, उन्होंने कहा कि यह ‘स्विच दबाने’ जितना आसान नहीं होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘जब लोगों द्वारा किए गए त्याग और राजनीतिक नेताओं से प्राप्त सेवा के बीच अंतर काफी बढ़ जाता है, तो इससे राष्ट्र के हृदय में निराशा उत्पन्न हो जाती है, आशा, भावना, बेहतर भविष्य में विश्वास खत्म हो जाता है। हमें एक साथ आगे बढ़ने की जरूरत है।’’
स्टॉर्मर ने कहा कि विश्वास की कमी को केवल काम करके दूर किया जा सकता है, शब्दों से नहीं। उन्होंने संकल्प लिया कि उनकी सरकार देश के प्रत्येक व्यक्ति के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार करेगी।
अक्टूबर 2022 में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने वाले सुनक ने कहा कि वह आम चुनाव में अपनी हार के लिए ‘जिम्मेदारी’ लेते हुए कंजर्वेटिव पार्टी के नेता के रूप में पद छोड़ देंगे।
उन्होंने कहा, “आपका ही निर्णय मायने रखता है। मैंने आपका गुस्सा, आपकी निराशा देखी है और मैं इस हार की जिम्मेदारी लेता हूं… इस परिणाम के बाद, मैं पार्टी नेता के रूप में पद छोड़ दूंगा, तुरंत नहीं, बल्कि मेरे उत्तराधिकारी के चयन की औपचारिक व्यवस्था हो जाने के बाद।’’
कंजर्वेटिव पार्टी की हार के लिए सुनक के कई चर्चित मंत्रियों और सांसदों तथा उनकी पूर्ववर्ती प्रधानमंत्री लिज ट्रस की ‘मिनी बजट’ जैसी नुकसानदेह आर्थिक नीतियों को जिम्मेदार माना जा रहा है।
वहीं, लेबर पार्टी में प्रीत कौर गिल और टैन ढेसी सहित भारतीय मूल के कई सांसद फिर से चुने गए और भारतीय मूल के जस अठवाल तथा कनिष्क नारायण जैसे नए चेहरे भी संसद के लिए चुने गए। इससे पहले, स्टॉर्मर ने लंदन में होलबोर्न एवं सेंट पैनक्रास की अपनी सीट 18,884 मतों से जीती।