यूपी के विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों में 12 से 18 अगस्त तक एंटी रैगिंग वीक मनाया जाएगा। यूजीसी ने रैगिंग पर रोक लगाने के लिए एंटी रैगिंग डे मनाने का निर्देश दिया है। संस्थानों को रैगिंग निरोधक नियमों का पालन करने और जागरूकता फैलाने के लिए कहा गया है। निबंध पोस्टर स्लोगन जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी और रिपोर्ट यूजीसी की वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी।
लखनऊ। प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों में 12 से 18 अगस्त तक ‘एंटी रैगिंग वीक’ मनाया जाएगा।
इसे लेकर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने देश के उच्च शिक्षण संस्थानों में रैगिंग पर सख्ती से रोक लगाने के लिए 12 अगस्त को ‘एंटी रैगिंग डे’और 18 अगस्त तक ‘एंटी रैगिंग वीक’ मनाने का निर्देश दिया है। इस संबंध में एक पत्र प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों के कुलपतियों व प्रमुखों को जारी किया गया है।
रैगिंग के मामलों पर रोक के बावजूद कई संस्थानों से इसकी शिकायतें मिल रही हैं, जिसे गंभीरता से लिया गया है। आयोग ने सभी संस्थानों को रैगिंग निरोधक नियमों का पूरी तरह पालन सुनिश्चित करने, प्रभावी निगरानी प्रणाली लागू करने और व्यापक जनजागरूकता फैलाने के निर्देश दिए हैं।
इस दौरान निबंध, पोस्टर, स्लोगन लेखन, स्ट्रीट प्ले, फोटोग्राफी, क्विज, डिबेट आदि प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी। संस्थानों को इंटरनेट मीडिया कैंपेन, वीडियो संदेश, कार्यशालाएं, सेमिनार और एंटी रैगिंग फिल्मों के प्रदर्शन जैसे रचनात्मक कार्यक्रम आयोजित करने होंगे।
सभी संस्थानों को अपने छात्रों को डिजिटल पोस्टर, रील और शार्ट वीडियो की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रेरित करने को कहा गया है। सभी गतिविधियों की रिपोर्ट यूजीसी की वेबसाइट (www.antiragging.in) पर अपलोड करनी होगी।