अवधनामा संवाददाता
निमेटोड का प्रयोग बायो मॉनिटर्स के रूप में होगा : डॉ पंत
प्रयागराज : सीएमपी. कॉलेज प्रयागराज के जंतु विज्ञान विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर हेमलता पंत तथा डॉ ज्योति वर्मा को संयुक्त रुप से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद , उत्तर प्रदेश (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, उत्तर प्रदेश शासन )लखनऊ की ओर से 3 वर्षों के लिए वित्त पोषित शोध परियोजना प्राप्त हुई!
इस परियोजना की मुख्य अन्वेषिका डॉक्टर हेमलता पंत ने बताया कि इस परियोजना के माध्यम से निमेटोड्स को बायो मॉनिटर्स के रूप में प्रयोग किया जाएगा !
डॉ पंत के अनुसार इस परियोजना के माध्यम से मृदा के स्वास्थ्य को मापा जाएगा , अब तक मृदा के स्वास्थ्य को उनके भौतिक और रासायनिक गुणों के आधार पर ही मापा जाता था अब मृदा स्वास्थ्य को उनके जैविक गुणों के आधार पर भी मापन किया जा सकता है , इस कार्य में निमेटोड की सहायता ली जाएगी ! निमेटोड एक प्रकार के बायो एजेंट है हैं जो मृदा के स्वास्थ्य को मापने हेतु प्रयोग होंगे ! सभी निमेटोड मृदा या पर्यावरण में विपरीत प्रभाव नहीं डालते हैं कुछ निमेटोड मित्रवत व्यवहार करते हैं जिनका उपयोग बायो मॉनिटर्स के रूप में किया जाएगा !
डॉ पंत के अनुसार यह एक नई संकल्पना है जो विदेशों में तो काफी प्रचलित है हमारे देश में इस नई रणनीति का प्रयोग अब शुरू हो गया है , यह नया कदम हमारे किसानों के लिए बहुत लाभदायक सिद्ध होगा ! इस परियोजना से कृषि पारिस्थितिकी तंत्र की मृदा की गुणवत्ता , मृदा का आकलन , मृदा के स्वास्थ्य की जानकारी निमेटोड रूपी बायो मॉनिटर के द्वारा संभव हो सकेगी !