अवधनामा संवाददाता
डीएफओ साहब सरकारी धन का दुरुपयोग आखिर क्यों?
श्रवण चौहान
बाराबंकी(Barabaki) । सरकारी धन का कैसे दुरुपयोग होता है इसकी एक बानगी आज हम आपको बता रहे हैं जिसका जीता जागता उदाहरण बाराबंकी में देखने को मिला है प्राप्त जानकारी के अनुसार बाराबंकी जनपद में इस वक्त वृक्ष महाकुंभ वृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत वन विभाग वृक्षारोपण करवा रही है। लेकिन यह वृक्षारोपण महज एक खानापूर्ति है। क्योंकि वृक्ष लगने के बाद उन वृक्षों में पानी तक नहीं डाला जाता है । जानकारी के लिए बता दें कि बाराबंकी के भानमऊ के पास में मौजूद आदमपुर भटपुरवा ग्राम पंचायत के कोटवा गांव के बाहर ग्राम समाज की जमीन में वृक्षारोपण किया जा रहा है । लेकिन वहां पर हजारों पेड़ सूख गए हैं इसके अलावा जो वृक्ष लगाए भी गए हैं वह भी वृक्ष पानी ना मिलने की वजह से सूख रहे हैं। हालांकि इस जगह पर क्षेत्रीय विधायक गौरव रावत पहुंचकर वृक्षारोपण किया था वह वृक्ष भी जिंदा रहने के लिए पानी के आस में है। वहीं के एक ग्रामीण ने बताया कि हर वर्ष इसी तरीके से यहां पर वृक्षारोपण किया जाता है लेकिन वृक्षों को पानी नहीं दिया जाता है जिसके चलते यह पेड़ सूख जाते हैं।इस बारे में जब हमारे संवाददाता श्रवण चौहान ने जानकारी एकत्रित की तो पता चला कि करीब 6000 पेड़ कोटवा गांव के बाहर लगना है। पिछले वर्ष भी करीब 14 लाख पेड़ बाराबंकी में लगाए गए थे और एक रिकॉर्ड बनाया गया था लेकिन वह वृक्ष भी अब कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं। गौरतलब है कि बाराबंकी जनपद में वृक्षारोपण काफी तेजी के साथ किया जा रहा है। जिसमें वन विभाग के अलावा अन्य विभाग भी अपना अहम योगदान दे रहे हैं लेकिन ऐसे में यह बड़ा सवाल है कि ऐसे वृक्षारोपण का क्या मतलब जो केवल नाम मात्र का हो और कब वृक्षों में पानी डाला जाएगा?
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