अवधनामा संवाददाता
आजमगढ़। अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 के दृष्टिगत ‘‘उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरोद्धार योजना’’ राज्य सेक्टर अन्तर्गत मिलेट्स (श्री अन्न) के पोषक तत्वों, मिलेट्स के विभिन्न प्रकारों एवं उपभोग तथा उनसे होने वाले स्वास्थ्य सम्बन्धी लाभ आदि विषय पर आज स्कूल कैरीकुलम के माध्यम से अध्यापकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन नेहरू हाल आजमगढ़ में किया गया। जिसमें जनपद के सरकारी,मान्यता प्राप्त व निजी जूनियर हाईस्कूल, हाईस्कूल, इण्टरमिडिएट विद्यालयों के 200 से अधिक अध्यापक व अध्यापिकाओं द्वारा प्रतिभाग किया गया। जिसका मूल उद्देश्य प्रशिक्षण प्राप्त अध्यापकों द्वारा जनपद के छात्रों एवं छात्राओं के माध्यम से उनके अभिवावकों को मिलेट्स (श्री अन्न) के महत्व एवं उपभोग पर जागरूक किया जाना रहा।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि श्री संजय सिंह, जिला विकास अधिकारी महोदय आजमगढ़ द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया। मुख्य अतिथि द्वारा सभी से स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से श्री अन्न अपनाने की अपील की गयी। कृषि वैज्ञानिक डा0 अखिलेश यादव द्वारा बताया गया कि मिलेट्स की खेती में कम लागत और कम निवेश की आवश्यकता पड़ती है तथा इन फसलों रोग-व्याधि भी कम लगता है। उनके द्वारा बताया गया कि लो कैलोरी फूड होने के कारण इनका प्रयोग मानव स्वास्थ्य के लिये अत्यन्त लाभदायक है। कृषि वैज्ञानिक डा0 अर्चना द्विवेदी द्वारा मिलेट्स फसलों की महत्ता एवं इसमें होने वाले लाभ तथा निर्मित उत्पादों के बारे में अध्यापकों को विस्तृत रूप में जानकारी दी गयी। कृषि विभाग से श्री शम्भूनाथ सिंह, अनिल वर्मा, वरिष्ठ प्राविधिक सहायक वर्ग ए, डा0सी0एल0 शर्मा व0प्रा0 स0 वर्ग बी द्वारा भी मिलेट्स (श्री अन्न) के पोशक तत्वों, मिलेट्स के विभिन्न प्रकारों एवं उपभोग तथा उनसे होने वाले स्वास्थ्य सम्बन्धी लाभ आदि विषय पर भी तकनीकी जानकारी शिक्षकों को प्रदान की गयी। कार्यक्रम का संचालन श्री भालचन्द त्रिपाठी एवं व्यवस्था योजना प्रभारी विकास पाण्डेय कृषि विभाग द्वारा की गयी।
कार्यक्रम में अध्यापकों के अतिरिक्त प्रगतिशील कृषक महेन्द्र सिंह, डा0 रामकेवल यादव सलाहकार खाद्य सुरक्षा मिशन आजमगढ़, डा0 प्रकाश यादव कृषि महाविद्यालय कोटवा, रामनयन तिवारी मत्स्य विभाग, उप दुग्धशाला अधिकारी आजमगढ़, सहकारिता से सुधाकर, प्रतिनिधि जिला उद्यान अधिकारी सहित शिक्षा विभाग तथा कृषि एवं संवर्गीय विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।