कोतवाली मौदहा क्षेत्र में शनिवार को यातायात पुलिस ने कागजातों की जांच अभियान के दौरान तीन दर्जन से अधिक वाहनों का चालान कर दिया। चेकिंग के दौरान जिन वाहन चालकों के पास पूरे कागजात नहीं मिले, उनका मौके पर चालान कर कार्रवाई की गई।
हालांकि, इस अभियान में पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। मौदहा कस्बे में बिना नंबर प्लेट के दौड़ते ट्रैक्टर और नाबालिगों द्वारा चलाई जा रही बाइकें पुलिस और यातायात विभाग की नजर से गायब रहीं। इन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कस्बे में बेधड़क नाबालिग लड़के बिना हेलमेट के तेज रफ्तार में बाइकें दौड़ा रहे हैं, जिससे कभी भी गंभीर हादसे हो सकते हैं। वहीं, बिना नंबर के ट्रैक्टर आयेदिन हादसों को दावत दे रहे हैं, लेकिन कोतवाली पुलिस और यातायात पुलिस को यह दृश्य नजर नहीं आ रहा है।
लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस की कार्रवाई केवल ई-रिक्शा चालकों तक सीमित है। बिना कागजात और नियमों का उल्लंघन करने वाले अन्य बड़े वाहनों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
लोगो ने मांग की है कि यातायात पुलिस को निष्पक्षता से चेकिंग करनी चाहिए और कस्बे में नाबालिग चालकों व बिना नंबर प्लेट के ट्रैक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि बढ़ती दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।