अवधनामा संवाददाता
सहारनपुर(Saharanpur)। उत्तर प्रदेष उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के प्रदेष अध्यक्ष मुकुन्द मिश्रा ने कहा कि कोरोना महामारी जैसे संकट के बावजूद भी जीएसटी का सरलीकरण करना, दलहन की भंडारण सीमा को समाप्त करना, आनलाईन व्यापार पर प्रतिबंध लगाना आदि अनेक स्थानीय समस्या व्यापारी वर्ग झेल रहा है और सरकार की आर्थिक उन्नति का सहयोगी बना है, लेकिन व्यापारियों का उत्पीड़न किसी रूप में सहन नहीं होगा।
मुकुन्द मिश्रा आज यहां रेलवे रोड स्थित व्यापार भवन मंे व्यापारियों की आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। इससे पूर्व व्यापार मण्डल के प्रान्तीय अध्यक्ष मुकुन्द मिश्रा व प्रदेशीय कार्यालय के प्रभारी सुनील कुमार पाण्डेय का नगर आगमन पर व्यापारियों ने माल्यार्पण कर स्वागत किया। प्रदेश अध्यक्ष मुकुन्द मिश्रा ने कहा कि व्यापारी हितों व व्यापारी एकता के लिए व्यापार मण्डल सबसे उपयोगी संगठन है और व्यापारियों के लिए यह सुरक्षा कवच का काम करता है। श्री मिश्रा ने कहा कि कोरोना के चलते समाज के सभी वर्गों का किसी ना किसी रूप में बहुत नुकसान हुआ है और उद्योग व व्यापार जगत को भी बहुत नुकसान हुआ है लेकिन इन सबके बावजूद व्यापारी वर्ग अपने स्वभाव के अनुरूप हौसले में है। कोरोना काल में व्यापारी प्रतिनिधियों ने जिस प्रकार व्यापार मण्डल तथा अन्य सामाजिक संगठनों के माध्यम से जरूरतमंदों की आक्सीजन सिलेण्डर, दवाईयां, एम्बुलेंस व निःशुल्क भोजन आदि की सेवा की है, वह वास्तव में समाज के लिए अनूठा उदाहरण है। विपरीत परिस्थितियों को सकारात्मक बना देना व्यापार मण्डल की देन है उन्होने सभी व्यापारियों से प्रदेश व्यापार मण्डल के सदस्य बनने की अपील की। उन्होंने कहा कि इन सब के बावजूद भी जीएसटी का सरलीकरण करना, दलहन की भंडारण सीमा को समाप्त करना, आनलाईन व्यापार पर प्रतिबंध लगाना आदि अनेक स्थानीय समस्या व्यापारी वर्ग झेल रहा है।
कार्यक्रम को महानगर अध्यक्ष विवेक मनोचा, महामंत्री स.सुरेन्द्र मोहन सिंह चावला, जिलाध्यक्ष शीतल टण्डन, प्रदेश उपाध्यक्ष यशपाल मैनी, मण्डल अध्यक्ष कृष्ण लाल ठक्कर, प्रदेश संयुक्त महामंत्री दीपक राज सिंघल आदि ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में प्रदेश संगठन मंत्री राजपाल सिंह, अमित गगनेजा, रामराजीव सिंघल, जिला महामंत्री संजय सभीन, नगर संयोजक राजकुमार विज, प्रदेश महामंत्री आईटी मंच राजीव मदान, डी.के.गुप्ता, सूरज ठक्कर, सुशील त्यागी, गुलशन अनेजा, अशोक छाबडा, नीरज जैन, मुकेश मिगलानी, सुंदर सैनी, अनिल गुप्ता, सुरेश सूलजा, गुलशन नागपाल, गौतम शंकर सिंघल, मुकेेश धनगर, सुदर्शन जुनेजा, श्रवण नागपाल, अनुभव शर्मा, पुनीत चौहान, रवि जसूजा, अब्दुल वक्कार, दीपक मलिक, फरजानुलहक, देवेन्द्र गुप्ता, आदित्य गर्ग, कपिल गुम्बर, नथूराम यादव, राजीव अग्रवाल, मुरली खन्ना, कार्तिक खुराना मनोज कुमार खुराना, कर्नल संजय मिडढा, नरेश कुमार, राकेश अग्रवाल, जसबीर बत्रा, हरचरण सिंह मनोचा, सुरेन्द्र सिंह वढेरा, एम.पी.चावला, मनोज कपूर, रोहित गांधी, डी.के.चौधरी आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।