टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने वाराणसी में ग्रामीण कौशल संवर्धन के लिए टोयोटा तकनीकी प्रशिक्षण और स्टार छात्रवृत्ति कार्यक्रम शुरू किया
टीकेएम और राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, करौंदी, वाराणसी ने टी-टीईपी के जरिये
गठजोड़ किया
यह उत्तर प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी भाग में पहला टीटीईपी और उत्तर प्रदेश राज्य में चौथा
टीटीईपी संस्थान है
वाराणसी। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर [टीकेएम] ने आज राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, करौंदी, वाराणसी में 64वें टी-टीईपी संस्थान की शुरुआत की घोषणा की। इस पहल का प्राथमिक उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों का कौशल खासतौर से बढ़ाना है। इस तरह कंपनी की अनूठी प्रशिक्षण पहल, टोयोटा तकनीकी शिक्षा कार्यक्रम (टी-टीईपी) के माध्यम से रोजगार के लिए उनकी योग्यता में वृद्धि करना है।
कार्यक्रम की शुरुआत, श्री अरुण कुमार यादव, प्रिंसिपल, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, करौंदी, वाराणसी, श्री विक्रम गुलाटी, कंट्री हेड और एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट, श्री वी विसलीन
सिगमणि, महाप्रबंधक, स्ट्रैटेजिक बिजनेस यूनिट, टीकेएम और श्री राहुल गोयनका, डीलर प्रिंसिपल, राजेंद्र टोयोटा ने की।
टीकेएम में, हम मानते हैं कि भारत में हमारी भूमिका पर्यावरण-अनुकूल कारों के निर्माण और उसके प्रचार से आगे भी है। हम अत्यधिक कुशल और प्रेरित व्यक्ति तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। एक दशक से अधिक समय से, टोयोटा टेक्निकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (टीटीटीआई) और टोयोटा टेक्निकल एजुकेशन प्रोग्राम (टी-टीईपी) विश्व स्तरीय कुशल तकनीशियनों के निर्माण की दिशा में ग्रामीण, आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि के छात्रों के लिए कौशल प्रयासों का नेतृत्व कर रहे हैं। इससे एक अंतर पैदा हो रहा है और आसपास के समुदाय और ‘कौशल भारत’ मिशन में योगदान हो रहा है। कंपनी के प्रयासों को तब स्वीकार किया गया जब टीटीटीआई के उसके कौशल चैंपियनों में से एक, विश्व कौशल प्रतियोगिता 2022 में मेक्ट्रोनिक्स कांस्य पदक विजेता, श्री अखिलेश नरसिम्हामूर्ति को भारत के प्रधान मंत्री, माननीय श्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत करने का अवसर मिला। टी-टीईपी साल भर चलने वाला एक कार्यक्रम है। इसमें ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग (ओजेटी) शामिल है। इसे अंतिम वर्ष के आईटीआई/डिप्लोमा छात्रों के लिए उनके पाठ्यक्रम के एक भाग के रूप में विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया है। इस कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं टोयोटा द्वारा संस्थान के टी-टीईपी के प्रमुख प्रशिक्षकों के लिए विशेष प्रशिक्षण, बेहतर रोजगार के लिए व्यावहारिक कौशल के लिए टोयोटा डीलरशिप पर ऑन-द-जॉब प्रशिक्षण (ओजेटी), और उन्नत प्रौद्योगिकी के ज्ञान को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया पाठ्यक्रम है ताकि भारतीय ऑटो उद्योग की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके। टी-टीईपी के माध्यम से, अब तक, टीकेएम 26 राज्यों में 64 आईटीआई/डिप्लोमा संस्थानों से जुड़ा हुआ है। अब तक 12,000 से अधिक छात्रों को प्रशिक्षित किया जा चुका है और 70% से अधिक छात्र देश भर में विभिन्न ऑटोमोबाइल कंपनियों और उनके संबंधित डीलरशिप में काम कर रहे हैं।
इस साझेदारी के बारे में बात करते हुए, श्री अरुण कुमार यादव, प्रिंसिपल, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, करौंदी, वाराणसी ने कहा, “ऑटो उद्योग में बढ़ती प्रौद्योगिकी प्रगति और
मोटराइजेशन में अभूतपूर्व वृद्धि के साथ ग्राहकों की सर्वोत्तम श्रेणी की सेवाओं की उम्मीद है। अत्यधिक कुशल तकनीशियनों की आवश्यकता है, जिससे तकनीकी प्रशिक्षण केंद्रों में छात्रों के लिए
उन्नत प्रौद्योगिकियों तक पहुंच और व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करना महत्वपूर्ण हो जाता है। इस सहयोग से, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, करौंदी, वाराणसी के छात्रों को टोयोटा के मूल्यों,
सर्वोत्तम प्रथाओं और उन्नत प्रौद्योगिकियों को समझने का अवसर मिलेगा। इससे छात्रों, भारतीय ऑटो उद्योग को लाभ होगा और कौशल भारत मिशन में योगदान मिलेगा।
लॉन्च के मौके पर टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के कंट्री हेड और कार्यकारी उपाध्यक्ष श्री विक्रम गुलाटी मौजूद थे। उन्होंने कहा, “2006 में अपनी स्थापना के बाद से, टी-टीईपी तेजी से बढ़ते भारतीय ऑटो उद्योग की जरूरतों को पूरा करने वाली नवीनतम ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकियों के प्रासंगिक कौशल और ज्ञान के साथ प्रतिभाशाली युवाओं को विकसित करने और उन्हें सक्षम बनाने के लिए उन्नत उद्योग- उन्मुख पाठ्यक्रम प्रदान करने में एक मानक बन गया है।
जरूरतमंद छात्रों को अपनी पढ़ाई -जारी आगे बढ़ाने में सहायता करने के लिए, हमने टी-टीईपी के तहत स्कॉलरशिप प्रोग्राम फॉर टेक्निल एजुकेशन एंड रेकगनिशन (स्टार) या तकनीकी शिक्षा और मान्यता के लिए एस छात्रवृत्ति कार्यक्रम की घोषणा की। यह कार्यक्रम एक विशिष्ट पहल है, जिसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि वाले योग्य छात्रों को उनके कौशल और आजीविका के अवसरों को बढ़ाने के लिए सशक्त बनाना है। इसके अलावा, सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, करौंदी, वाराणसी के सहयोग से ग्रामीण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने के साथ जमीनी स्तर से प्रतिभा पूल को मजबूत किया जाएगा।” इस पहल के बारे में बात करते हुए, श्री राहुल गोयनका, डीलर प्रिंसिपल, राजेंद्र टोयोटा ने कहा, “इस पाठ्यक्रम के भाग के रूप में, छात्रों को ऑटोमोबाइल से संबंधित बुनियादी बातों, टोयोटा मूल्यों और बुनियादी सॉफ्ट कौशल को कवर करने वाले नवीनतम पाठ्यक्रम से अवगत कराया जाएगा। राजेंद्र टोयोटा इन छात्रों को ऑन-जॉब प्रशिक्षण प्रदान करके और उनके कौशल विकास की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। राजकीय तकनीकी प्रशिक्षण संस्थान, करौंदी, वाराणसी ने टी-टीईपी पाठ्यक्रम को अपनाया है जो छात्रों को अपने कौशल को और बढ़ाने और उन्हें ऑटो उद्योग में रोजगार योग्य बनाने में सक्षम बनाएगा। कंपनी ने अपने डीलर पार्टनर के साथ बुनियादी ढांचे, ई-लर्निंग सामग्री, इंजन, ट्रांसमिशन, अभ्यास किट में 1.5 मिलियन रुपये से अधिक का निवेश किया है और अपने अनूठे ट्रेन-द-ट्रेनर नजरिये के माध्यम से संस्थान के संकाय को प्रशिक्षित किया है। इसके अलावा, कंपनी ने टी-टीईपी के तहत तकनीकी शिक्षा और मान्यता के लिए छात्रवृत्ति कार्यक्रम [स्टार] की घोषणा की थी। स्टार कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य चुनौतीपूर्ण आर्थिक पृष्ठभूमि के योग्य छात्रों को तकनीकी संस्थानों
(आईटीआई/पॉलिटेक्निक) में उच्च अध्ययन करने के लिए सशक्त बनाना और अवसर प्रदान करना है। *वित्तीय रूप से कमजौर पृष्ठभूमि वाले पात्र छात्रों को प्रति वर्ष 51,000 रुपये तक की छात्रवृत्ति की पेशकश की जाएगी। इससे योग्य छात्रों को छात्रावास शुल्क, शैक्षिक खर्च और पारिवारिक सहायता को कवर करने का अवसर मिलेगा। इस अनूठे पायलट कार्यक्रम से मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार, नगालैंड, असम, मणिपुर, त्रिपुरा, मिजोरम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश जैसे 11 राज्यों के छात्रों को लाभ होगा। टीकेएम ग्रामीण क्षेत्रों में टी-टीईपी पहल को बढ़ाने और विस्तारित करने तथा ऑटोमोटिव उद्योग की आवश्यकताओं को पूरा करने, कौशल विकास को बढ़ावा देने और प्रतिभाशाली छात्रों को ऑटोमोटिव क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है ।