अवधनामा संवाददाता
समोवशरण में हुई निर्यापक श्रमण मुनि की दिव्य देशना
राजा श्रयांस ने किया महामुनिराज आदिसागर का पडगाहन
मुनिश्री ने प्रतिमाओं में सूर्यमंत्र के संस्कार
ललितपुर। तीर्थंकर आदिनाथ इस युग के धर्म तीर्थ प्रवर्तक और राजा श्रेयांस दान तीर्थ प्रवर्तक बताते हुए निर्यापक श्रमण मुनि सुधासागर महाराज ने कहा कि महान आत्माए दूसरों का कल्याण किए बिना अपना कल्याण नहीं कर सकती। मोक्ष के संस्थापक मोक्ष मार्ग की स्थापना किए बिना मोक्ष नहीं आ सकते। जो महान आत्माए हैं वे दुनिया की हर हर समस्याओं को प्रयोगिक रूप में सुलझाकर ही स्वतंत्र कर सकती है। मुनिश्री ने कहा जो श्रावक नवधा भक्ति पूर्वक साधू को आहारदान देता है वह साधू को वारह तप दे रहा है ऐसा मानना चाहिए। सुबह श्रीमज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में ज्ञान कल्याण पर निर्यापक श्रमण मुनिश्री सुधासागर महाराज ने धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। मुनिश्री ने आहार दान के प्रसंग में श्रावकों को प्रेरित किया कि दुव्र्यसन गुटका आदि का त्याग कर जीवन को संयमी बनाए। इस मौके पर अनेक व्रतियों ने अपने व्रत को और अधिक प्रगाढ करते हुए मुनि श्री के आर्शीवाद से संयम के मार्ग पर वढे। इसके पूर्व सुबह श्रीजी का अभिषेक शान्तिधारा के उपरान्त ज्ञान कल्याणक की पूजन हुई इसके उपरान्त प्रतिष्ठाचार्य ने मुनिराज आदिसागर की आहारचर्या की विधि सम्पन्न कराने के पूर्व बताया। आज ज्ञान कल्याणक का वह दिन है जव मुनिराज आदि सागर ने मुनि दीक्षा के छह माह वाद आहारग्रहण किया। उस समय श्रावक मुनिराज की आहार विधि भी नहीं जानते थे। छह माह पश्चात राजा श्रेयांश को सपना आया और पूर्व जन्म के जाति स्मरण से उन्हें आहार विधि प्राप्त हुई। मध्यासन्ह में ज्ञानकल्याणक की आन्तरिक क्रियाए हुई जिसमें निर्यापक श्रमण मुनि श्री सुधासागर महाराज एवं मुनि पूज्य सागर महाराज ने सूर्यमंत्र के संस्कार अयोध्यापुरी एवं ज्ञानोदय नगर में नवनिर्मित जिनालयों में सम्पन्न किए। पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान विश्व हिन्दू महासंघ के राष्टीय कार्यकारी अध्यक्ष महंत मुकेश नाथ महाराज, उपाध्यक्ष महंत पप्पूनाथ महाराज, विधर्व प्रान्त महाराष्ट प्रभारी अनिल तिवारी, प्रदेश पदाधिकारी पवन जैन, दिलीप योगी, अक्षय अलया, पूर्व पार्षद रवि, मनविन्दर कौर, सुरेश बाबू जैन एड, संजीव सौरया, मनोज जैन, सरदार दलजीतसिंह ने मुनिश्री सुधासागर महाराज को श्रीफल अर्पित कर आशीर्वाद ग्रहण किया। जिन्हें दिगम्बर जैन पंचायत द्वारा सम्मानित किया गया। वीर व्यायामशाला कार्यालय में महंत मुकेश नाथ महाराज का मेला कैप्टन नरेन्द्र कडकी, कैप्टन राजकुमार जैन, महेन्द्र सिंघई, वैभव जैन टिन्ना, स्व्देश गोयल, अंकुर जैन शानू बाबा ने अभिनंदन किया। सायंकाल सायंकाल जिज्ञासा समाधान के दौरान मुनिश्री ने श्रावको द्वारा की गई जिज्ञासाओं का सम्यक समाधान किया। आचार्य भक्ति जिज्ञासा समाधान के उपारान्त सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मंचन दिल्ली के कलाकारों द्वारा प्रस्तुति की गई। प्रतिष्ठा महोत्सव की व्यवस्थाओं को वीर व्यायामशाला, आचार्य विद्यासागर सेवा संघ, स्याद्वाद बद्र्धमान सेवा संघ, वीरसेवा संघ, आदिनाथ सेवा संघ, भारतीय जैन मिलन वाहुवलि सेवा संघ,जैन सेवा संघ, तारण तरण युवा सेवा समिति, जैन एम्बुलेंस समिति, वीर क्लव, जैन सेवा संघ महिला मण्डल गल्ला व्यापार मण्डल, उद्योग व्यापार मण्डल द्वारा संयोजित की जा रही है।
अन्नपूर्णा मां की वरसती कृपा: मुकेश नाथ
जिला अस्पताल में अन्नपूर्णा भोजनशाला में राष्ट्रीय कार्य अध्यक्ष विश्व हिन्दू महासंघ मुकेश नाथ महाराज ने अपने सम्बोधन में कहा सभी पर अन्न्पूर्णा मां की कृपा बरसती रहे कोई भी भूख नहीं रखे इस उददेश से जो कार्य किया जा रहा है उसके लिए सहयोगी दानी महानुभाव साथ ही संस्थान मे सेवा देने वाले सभी प्रभु कृपा के पात्र हैं ऐसी अन्नपूर्णा भोजनशालाए प्रदेश में सभी स्थानों पर हो तो निश्चय ही सभी को भोजन मिलेगा और ईश्वरीय कार्य होगा इसके लिए उन्होने हर संभव सहयोग के लिए आश्वस्त किया। अन्नपूर्णा सेवा समिति की ओर से अमितप्रिय जैन ने बताया कि संस्थान द्वारा निशुल्क एम्बुलेंस सेवा, आक्सीजन बैंक, वस्त्र बैंक आदि की जानकारी दी।