सिपाही रवि ने ही पत्नी मीनू की हत्या की थी। उसने दो दोस्तों की मदद से मीनू के गले में तीन तरह के जहर का इंजेक्शन घोंपा था। पुलिस ने उसके दोनों दोस्तों को भी गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार को पुलिस ने तीनों को घटनास्थल पर ले जाकर सीन रीक्रिएशन भी कराया। इस मामले में सिपाही ने हत्या का जुर्म कबूल कर लिया है।
सिपाही की पत्नी की हत्या करने के लिए तीन तरह के इंजेक्शन लगाए गए। सिपाही से पूछताछ के बाद हत्या में शामिल दो अन्य लोगों के नाम भी सामने आए हैं। गुरुवार देर रात पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही उनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त होने वाले इंजेक्शन और उनकी पत्नी के जेवर बरामद कर लिए हैं।
पुलिस द्वारा पूछताछ के बाद तीनों आरोपितों को जल्द ही जेल भेजा जाएगा। शुक्रवार को पुलिस इस मामले में राजफाश करेगी। आपको बता दें कि रामपुर निवासी रवि कुमार आठवीं वाहिनी पीएसी में तैनात हैं। 22 फरवरी की दोपहर को वह पत्नी मीनू के साथ घर से निकला था।
दोस्त सिपाही को हमले की दी थी जानकारी
कुछ देर बाद उसने सिपाही दोस्त संजय को फोन कर कहा कि फरीदापुर में मंदिर के पास बदमाशों ने उस पर हमला कर दिया है। संजय वहां पहुंचे तो देखा कि कार की अगली सीट पर मीनू बेसुध थीं, जबकि रवि बाग में पड़ा हुआ था। दोनों को तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन वहां डॉक्टरों ने मीनू को मृत घोषित कर दिया।
गर्दन पर सिंरिंज के थे कई निशान
आपको बता दें कि सिपाही की पत्नी मीनू की गर्दन पर सिरिंज के कई निशान थे। पोस्टमार्टम में भी गर्दन व हाथ में इंजेक्शन लगाने की पुष्टि हुई है। इसके बाद सोमवार को मीनू के पिता जगदीश ने बिथरी थाने में प्राथमिकी लिखाई थी। हत्या का आरोप रवि पर लगाया था। इसके बाद पुलिस ने रवि को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो कहानी खुल गई।
पूछताछ में सिपाही ने स्वीकार की हत्या वाली बात
पुलिस की पूछताछ में सिपाही रवि ने बताया कि उसने ही अपनी पत्नी की हत्या की है। हत्या में उसके दोस्त भी शामिल हुए थे। तीनों ने मिलकर हत्या को अंजाम दिया था। पुलिस ने दोनों से पूछताछ की तो पता चला कि हत्या के लिए मीनू को तीन तरह के इंजेक्शन लगाए गए। जिससे उसकी मौत हो गई।
लूट का रूप देने को चुरा लिए थे पत्नी के जेवर
हत्या की पूरी घटना लूट लगे इसके लिए आरोपितों ने मीने के जेवर भी चोरी कर लिए थे। पुलिस ने उन्हें भी बरामद कर लिया है। एसपी नॉर्थ मुकेश मिश्र ने बताया कि पूछताछ में सिपाही और उसके दोस्तों ने पूरी घटना स्वीकार कर ली है। आरोपितों ने घटना को लूट का रूप देने के लिए उनके जेवर भी चुरा लिए थे।